विकास के दावों के बीच कई खबरें हमें हिला के रख देती हैं। ऐसी ही खबर राजस्थान के जालौर से आई है। जहां पर तपती धूप के सफर और पानी न मिलने से एक पांच साल की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची अपनी नानी के साथ पैदल जा रही थी। भीषण गर्मी और कच्चा रास्ता होने के चलते नानी भी बेहोश हो गई।
यह मामला जालौर जिले के रानीवाड़ा तहसील में सामने आया है। राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में तापमान 40 डिग्री के पार चल रहा है। इसकी परवाह न करते हुए 60 साल की सुखी देवी अपनी नातिन अंजलि के साथ सिरोही के पास रायपुर से रानीवाड़ा क्षेत्र के डूंगरी स्थित अपने घर जा रही थी। सुखी देवी का रायपुर में पीहर है। रविवार को सुबह मौसम ठंडा देखकर पांच साल की नातिन के साथ पैदल ही रवाना हो गई। हालांकि बाद में तापमान बढ़ना शुरू हुआ और उमस भरा मौसम हो गया।
जानलेवा साबित हुआ सफर
करीब 10 से 12 किमी का सफर तय करने के बाद उनकी हिम्मत जवाब दे गई थी। उस पर भीषण गर्मी और कच्चा मार्ग होने से परेशानी और बढ़ गई। जिसे उमस ने और भी बढ़ा दिया। साथ ही महिला के पास पानी भी नहीं था। जिससे दोनों को डिहाइड्रेशन की समस्या हो गई और दोनों बेहोश होकर गिर पड़े।
बच्ची ने तोड़ दिया दम
बाद में एक चरवाहे ने सूरजवाड़ा के सरपंच कृष्णकुमार पुरोहित को फोन कर सूचना दी। बाद में पुलिस भी मौके पर पहुंची। तब तक बच्ची की मौत हो चुकी थी। बाद में पुलिस ने महिला को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। पोस्टमार्टम के बाद बच्ची के शव को दफना दिया गया है।
हल्की बूंदाबांदी से मिली राहत
महिला ने बताया कि तेज गर्मी के कारण दोनों बेहोश होकर गिर गए थे। काफी देर बाद जब हल्की बूंदाबांदी हुई तो कुछ राहत मिली। हालांकि तब तक उसकी नातिन की मौत हो गई थी।