नई दिल्ली: वरिष्ठ नेता और जनता दल (यूनाइटेड) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव का गुरुवार को गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार के लोगों ने यह जानकारी दी। यादव 75 वर्ष के थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री यादव के परिवार में उनकी पत्नी, एक पुत्री और एक पुत्र हैं। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव को श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार से मुलाकात की।
इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए अपने ट्वीट में लिखा था, "शरद यादव जी समाजवाद के पुरोधा होने के साथ एक विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। उनके शोकाकुल परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। देश के लिए उनका योगदान सदा याद रखा जाएगा।"
बता दें कि फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक बयान में कहा गया कि यादव को अचेत अवस्था में आपातकालीन वार्ड में लाया गया था। बयान में कहा गया, "स्वास्थ्य जांच के दौरान उनकी नाड़ी नहीं चल रही थी या रक्तचाप दर्ज नहीं किया गया...उपचार के सभी प्रयास नाकाम रहे। रात 10:19 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।"
यादव के सहयोगियों ने कहा कि वह गुरुवार की रात अपने छतरपुर आवास पर बेहोश हो गए और उन्हें गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। यादव लंबे समय से गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और नियमित रूप से 'डायलिसिस' करवाते थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यादव के निधन पर शोक जताया।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "शरद यादव के निधन से दुखी हूं। सार्वजनिक जीवन में अपने लंबे वर्षों में, उन्होंने खुद को सांसद और मंत्री के रूप में प्रतिष्ठित किया। वे डॉ। लोहिया के आदर्शों से बहुत प्रेरित थे। मैं हमेशा अपनी बातचीत को संजोकर रखूंगा। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।" कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी शरद यादव के निधन पर दुख जताया और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की।
खरगे ने ट्वीट किया, "देश की समाजवादी धारा के वरिष्ठ नेता, जद(यू) के पूर्व अध्यक्ष, शरद यादव जी के निधन से दुःखी हूं।" उन्होंने कहा, "पूर्व केंद्रीय मंत्री व दशकों तक एक उत्कृष्ट सांसद के तौर पर देश सेवा का कार्य कर, उन्होंने समानता की राजनीति को मजबूत किया। उनके परिवार एवं समर्थकों को मेरी गहरी संवेदनाएं।''
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने शरद यादव के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनके आपसी मतभेदों के बाद भी कभी कड़वाहट नहीं पैदा हुई। प्रसाद ने सिंगापुर में अपने अस्पताल के बिस्तर से एक वीडियो बयान जारी किया। वह अभी गुर्दा प्रत्यारोपण सर्जरी के बाद स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। शरद यादव को बड़ा भाई बताते हुए प्रसाद ने दिवंगत नेता के साथ अपने पुराने जुड़ाव को याद किया।
राजद प्रमुख ने कहा, "कई मौकों पर, शरद यादव और मैं आपस में लड़े। लेकिन हमारी असहमति कभी भी कड़वाहट का कारण नहीं बनी।" पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शरद यादव के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी विरासत कायम रहेगी। बनर्जी ने ट्वीट किया, "शरद यादव के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ। एक कद्दावर राजनेता और बेहद सम्मानित सहयोगी, उनकी विरासत बनी रहेगी।" बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी शरद यादव के निधन पर दुख जताया।
उन्होंने ट्वीट किया, "मंडल मसीहा, वरिष्ठ नेता, महान समाजवादी नेता, मेरे अभिभावक आदरणीय शरद यादव जी के असामयिक निधन की खबर से मर्माहत हूं। कुछ कह पाने में असमर्थ हूं।" राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने शरद यादव के परिवार के लोगों से बातचीत की। यादव ने कहा "दुख की इस घड़ी में संपूर्ण समाजवादी परिवार उनके परिजनों के साथ है।"
(भाषा इनपुट के साथ)