राहुल गांधी इस्तीफे पर अड़े, शशि थरूर ने कहा- कांग्रेस की हार को अपने सिर पर ले रहे हैं कांग्रेस अध्यक्ष
By विनीत कुमार | Published: May 28, 2019 10:01 AM2019-05-28T10:01:07+5:302019-05-28T10:01:07+5:30
सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी अध्यक्ष पद से इस्तीफे को लेकर अपने फैसले पर अड़े हुए हैं। इस बीच उन्हें मनाने का दौर भी जारी है लेकिन राहुल ने कुछ सीनियर नेताओं को साफ कर दिया है कि वे इस्तीफे की पेशकश से पीछे नहीं हटने वाले हैं।
राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की खबर के बीच शशि थरूर ने कहा है कि इस तरह गंभीर होना दिखाता है कि वे हार को अपने सिर पर ले रहे हैं। शशि थरूर ने साथ ही कहा, 'गांधी परिवार के नेतृत्व में पार्टी ने कई बार बेहतर प्रदर्शन किया है। इसलिए सोनिया गांधी या राहुल गांधी के नेतृत्व में कोई चुनौती देने वाला नहीं है।
बता दें राहुल को मनाने का दौर भी जारी है लेकिन राहुल ने कुछ सीनियर नेताओं को साफ कर दिया है कि वे इस्तीफे की पेशकश से पीछे नहीं हटने वाले हैं। दरअसल, राहुल ने पिछले हफ्ते कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन इस अस्वीकार कर दिया गया। साथ ही सूत्रों के अनुसार CWC उन्हें संगठन में कठोर बदलाव करने के लिए अपनी अनुमति दे चुकी है।
कांग्रेस की स्टेट यूनिट भी राहुल के पक्ष में
सूत्रों के अनुसार पार्टी के संविधान में भी कुछ बदलाव पर विचार हो रहा है ताकि संगठन को एक नया रूप दिया जाए। वहीं, पार्टी के राज्य इकाइयों से भी यह दबाव बन रहा है कि वे अपने पद पर बने रहें। साथ ही यह भी माना जा रहा है कि इसी कारण से स्टेट यूनिट के प्रमुख इस्तीफा देना शुरू कर दिया है।
तमाम अटकलों के बीच वायनाड जाएंगे राहुल
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जल्द ही केरल के वायनाड जाएंगे। प्रारंभिक कार्यक्रम के अनुसार उन्हें केरल में दो दिन रूकना है। राहुल वायनाड के वोटरों को धन्यवाद कहने के लिए जा रहे हैं। राहुल का ये वायनाड दौरा इस लिहाज से अहम है कि उन्हें अमेठी में अपने गढ़ में हार का सामना करना पड़ा है। अमेठी में राहुल गांधी को बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने हराया।
कांग्रेस की मीडिया से अपील
कांग्रेस ने एक दिन पहले ही सोमवार को मीडिया से अपील की थी कि वह शनिवार को CWC बैठक को लेकर अटकलें न चलाए। हालांकि, मीडिया में कांग्रेस से जुड़ी खबरें लगातार आ रही हैं और इसने पार्टी की मुश्किलें और बढ़ाई है। बता दें कि CWC बैठक से जुड़ी कई बातें सूत्रों के हवाले से ही अभी सामने आई हैं। कहा यह भी गया कि बैठक में राहुल ने कुछ सीनियर नेताओं पर नाराजगी जताई और कहा कि बेटे-रिश्तेदारों को पार्टी से ज्यादा तरजीह दी गई और पूरी कोशिश उन्हें जीत दिलाने भर की रह गई।
कर्नाटक सरकार पर भी दिख रहा कांग्रेस की हार का असर
चुनावी हार का असर कर्नाटक में भी दिख रहा है जहां कांग्रेस जद(एस) के साथ मिलकर गठबंधन सरकार चला रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के खराब चुनावी प्रदर्शन से पार्टी के कई विधायक नाखुश हैं। दो विधायकों के भाजपा नेताओं से मुलाकात की भी खबर है। राजस्थान में भी कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के बाद राज्य सरकार के कई मंत्रियों एवं विधायकों ने जवाबदेही तय करने और कार्रवाई की मांग की है।