कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को जयपुर के रामनिवास बाग में 'युवा आक्रोश रैली' को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान राहुल गांधी नागरिकता संशोधन कानून और रोजगार के मुद्दे पर केंद्र सरकार को निशाना साधा है। उन्होंने कहा 'पीएम मोदी ने दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन पिछले साल एक करोड़ युवाओं की नौकरी चली गई। पीएम मोदी कही भी जाते हैं सीएए और एनआरसी की बात करते हैं, जबकि देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है। जिसके बारे में वे कुछ नहीं कहते। '
साथ ही राहुल ने कहा 'अगर आठ साल के बच्चे से पूछें कि क्या नोटबंदी से आपको लाभ हुआ या आपको नुकसान? तो बच्चे कहेंगे नुकसान। हम चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के हालात इस देश का हर युवा जानता है, हर देश के पास कोई ना कोई पूंजी होती है भारत की सबसे बड़ी पूंजी उनके युवा हैं। हथियारों से हम अमेरिका का मुकाबला नहीं कर सकते लेकिन हमारे पास दुनिया के सबसे होशियार युवा हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने युवाओं को देश की सबसे बड़ी पूंजी बताते हुए मंगलवार को यहां कहा कि 21वीं सदी का हिंदुस्तान अपनी इस पूंजी को बर्बाद कर रहा है क्योंकि युवा पीढ़ी इस देश के लिए जो कर सकती है वह उसे करने नहीं दिया जा रहा है। गुलाबी नगरी में आयोजित युवा आक्रोश रैली को संबोधित कर रहे राहुल गांधी ने कहा, ‘‘ देश के हालात इस देश का हर युवा जानता है और पहचानता है। हर देश के पास कोई न कोई पूंजी होती है हिंदुस्तान के पास उसकी सबसे बड़ी पूंजी उसके करोड़ों युवा हैं। हमारे पास दुनिया के सबसे अच्छे होशियार युवा हैं। पूरी दुनिया इस बात को मानती है कि हिंदुस्तान का युवा पूरी दुनिया को बदल सकता है।’’
बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘21वीं सदी का हिंदुस्तान अपनी पूंजी को जाया कर रहा है, बर्बाद कर रहा है। आप जो इस देश के लिए करना चाहते हैं और कर सकते हैं उसे आपकी सरकार और हमारे प्रधानमंत्री होने नहीं दे रहे हैं।’’
उन्होंने कहा ‘‘नरेंद्र मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी लेकिन पिछले साल हिंदुस्तान में एक करोड़ युवाओं ने रोजगार खोया है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ‘‘एनआरसी की बात होगी, सीएए, एनपीआर की बात होगी। लेकिन देश के सामने जो सबसे बड़ी समस्या है जो इस देश के हर परिवार को चुभती है उसके बारे में हमारे प्रधानमंत्री एक शब्द नहीं बोलते हैं।’’ उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के समय देश की जीडीपी की वृद्धि दर नौ प्रतिशत थी जो अब नये मानकों के हिसाब से भी घटकर पांच प्रतिशत रह गयी। राहुल ने कहा, ‘‘अगर आप पुराने तरीके से नापें, पूर्ववर्ती संप्रग सरकार वाले तरीके से, ....तो यह केवल ढाई प्रतिशत है। केवल ढाई प्रतिशत ... ।