पांच राज्यों में आर संख्या एक से अधिक होना चिंता का विषय: सरकार

By भाषा | Updated: August 10, 2021 21:18 IST2021-08-10T21:18:49+5:302021-08-10T21:18:49+5:30

R number being more than one in five states a matter of concern: Government | पांच राज्यों में आर संख्या एक से अधिक होना चिंता का विषय: सरकार

पांच राज्यों में आर संख्या एक से अधिक होना चिंता का विषय: सरकार

नयी दिल्ली, 10 अगस्त केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि केरल के 11 और तमिलनाडु के सात जिलों सहित नौ राज्यों के 37 जिलों में पिछले दो सप्ताह में कोविड-19 के औसत दैनिक मामलों में वृद्धि का रुझान दिखा है, जबकि दूसरी ओर राष्ट्रीय स्तर पर इसमें गिरावट दर्ज की जा रही है।

केंद्र सरकार के मुताबिक पांच राज्यों- हिमाचल प्रदेश, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश- में कोविड-19 के प्रसार को बताने वाली प्रजनन संख्या (आर-नंबर) एक से ज्यादा है। उसने कहा कि कुछ राज्यों में प्रजनन संख्या का बढ़ना चिंता का विषय है। आर नंबर कोविड-19 के प्रसार की गति को इंगित करता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि आंध्र प्रदेश, गोवा और नगालैंड की प्रजनन संख्या 1 है। राष्ट्रीय स्तर पर यह संख्या एक के करीब है।

अग्रवाल ने कहा कि प्रजनन संख्या या आरटी यह दर्शाता है कि एक संक्रमित व्यक्ति औसतन कितने लोगों को संक्रमित करता है। दूसरे शब्दों में, यह बता सकता है कि वायरस कितनी तेजी से फैल रहा है।

उन्होंने कहा, ''नौ राज्यों के 37 जिलों - केरल (11 जिले), तमिलनाडु (7), हिमाचल प्रदेश (6), कर्नाटक (5), आंध्र प्रदेश (2), महाराष्ट्र (2), पश्चिम बंगाल (2) , मेघालय (1) और मिजोरम (1) में पिछले दो हफ्तों के दौरान दैनिक कोविड​​​​-19 के मामलों में बढ़ता रूझान दिख रहा है।''

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि कुछ राज्यों में प्रजनन संख्या की बढ़ते रूझान चिंता का कारण है, हालांकि देश में कोविड​​​​-19 के मामलों में स्थिरता है। उन्होंने कहा कि महामारी नियंत्रण उपायों को लागू करने के महत्वपूर्ण कारण हैं।

उन्होंने कहा, ''अगर हम समग्र तस्वीर को देखें, तो हमारे यहां एक प्रजनन संख्या एक है और कुछ राज्यों में यह 1 से अधिक है। बढ़ता रूझान चिंता का कारण है। इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है। हिमाचल में आर संख्या है 1.3 और पंजाब के लिए यह 1.3 दर्ज की गई है और यह रूझान बढ़ रहा है।''

पॉल ने कहा, ''हालांकि मामलों की कुल संख्या में एक स्थिरता है, फिर भी हमारे पास चिंतित होने के महत्वपूर्ण कारण हैं। हमें सतर्क रहते हुए महामारी को नियंत्रित करने के लिये सभी संभव कदम उठाने चाहिये।''

अग्रवाल ने कहा कि केरल (10), मणिपुर (10), मिजोरम (6) और अरुणाचल प्रदेश (5) सहित 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 44 जिलों में नौ अगस्त को समाप्त सप्ताह में 10 प्रतिशत से अधिक संक्रमण दर की जानकारी मिली।

हालांकि, जिन जिलों में 100 से अधिक मामले हैं, वहां दैनिक मामलों की संख्या में कमी आई है। इन जिलों में एक जून को समाप्त सप्ताह में दैनिक मामलों की संख्या 279 थी, जो आठ अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में गिरकर 48 रह गई। केवल एक राज्य में 1 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं। आठ राज्यों में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 10,000 से 1 लाख के बीच और 27 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में वर्तमान में ऐसे रोगियों की संख्या 10 हजार से कम है।

केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में बीते सात दिनों में सामने आए कोविड-19 के कुल मामलों में से आधे से ज्यादा केरल में मिले हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार को अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 147 दिन बाद एक दिन में कोविड-19 के सबसे कम 28,204 नए मामले सामने आए हैं। देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,19,98,158 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या 139 दिन बाद सबसे कम 3,88,508 हुई।

इसके मुताबिक, देश में संक्रमण से 373 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,28,682 हो गई है।

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