क्वाड मंत्रियों ने मुक्त एवं समावेशी हिन्द प्रशांत, अंतरराष्ट्रीय सागर में नौवहन स्वतंत्रता पर दिया जोर

By भाषा | Updated: February 18, 2021 22:08 IST2021-02-18T22:08:30+5:302021-02-18T22:08:30+5:30

Quad ministers emphasize free and inclusive Indian Pacific, shipping freedom in the international sea | क्वाड मंत्रियों ने मुक्त एवं समावेशी हिन्द प्रशांत, अंतरराष्ट्रीय सागर में नौवहन स्वतंत्रता पर दिया जोर

क्वाड मंत्रियों ने मुक्त एवं समावेशी हिन्द प्रशांत, अंतरराष्ट्रीय सागर में नौवहन स्वतंत्रता पर दिया जोर

नयी दिल्ली, 19 फरवरी विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को चार देशों के गठबंधन (क्वाड) की मंत्री स्तर की वार्ता में हिस्सा लिया जिसमें सभी पक्षों ने नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, क्षेत्रीय अखंडता एवं सम्प्रभुता का सम्मान, अंतरराष्ट्रीय सागर क्षेत्र में नौवहन स्वतंत्रता, मुक्त और समावेशी हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की साझी दृष्टि को दोहराया ।

हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव की पृष्ठभूमि में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के गठबंधन (क्वाड) के विदेश मंत्रियों की इस बैठक में सभी पक्षों ने कानून के शासन, पारदर्शिता और विवादों के शांतिपूर्ण ढंग से निपटारे पर जोर दिया ।

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, क्षेत्रीय मुद्दों पर इनके बीच विचारों का सार्थक आदान प्रदान हुआ जिसमें असियान की प्रमुखता को समर्थन के साथ मुक्त और समावेशी हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की साझी दृष्टि को दोहराया गया ।

बयान के अनुसार, इस बात पर गौर किया गया कि हिन्द प्रशांत के सिद्धांत को यूरोप समेत अंतरराष्ट्रीय समर्थन बढ़ रहा है ।

इसमें कहा गया है कि, ‘‘ मंत्रियों ने नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, क्षेत्रीय अखंडता एवं सम्प्रभुता का सम्मान, अंतरराष्ट्रीय सागर क्षेत्र में नौवहन स्वतंत्रता, कानून के शासन, पारदर्शिता और विवादों के शांतिपूर्ण ढंग से निपटारे के प्रति प्रतिबद्धता दोहरायी ।’’

चारों देशों के मंत्रियों ने जलवायु परिवर्तन पर प्रतिक्रिया सहित नौवहन सुरक्षा, आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े विषय और आतंकवाद से मुकाबला जैसे मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया।

इस बैठक में जयशंकर के अलावा आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मेरिस पेन, जापान के विदेश मंत्री तोशिमत्सु मोतेगी और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकेन ने हिस्सा लिया ।

बयान के अनुसार, सभी पक्षों ने इस बात पर सहमति जतायी कि दुनिया में हो रहे बदलाव उनके देशों के साथ मिलकर काम करने का मजबूत आधार बनाते है । अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिये यह महत्वपूर्ण है कि बदलाव की दिशा सकारात्मक और सभी के फायदे के लिये हो ।

इसमें कहा गया है कि चर्चा के दौरान म्यांमा के हाल के घटनाक्रमों पर भारत ने कानून के शासन और लोकतांत्रिक परिवर्तन पर जोर दिया ।

मंत्रियों ने कोविड-19 से मुकाबला करने के प्रयासों एवं टीकाकरण कार्यक्रम के बारे में भी चर्चा की ।

क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की यह तीसरी बैठक है। अमेरिका में जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद यह पहली बैठक है। चीन के बढ़ते प्रभाव की पृष्ठभूमि में अमेरिका इस चार देशों के गठबंधन को सुरक्षा-गठबंधन में बदलने के पक्ष में है।

इससे पहले विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि यह बैठक अक्टूबर, 2020 में तोक्यो में हुई अंतिम बैठक से आगे उपयोगी विचारों को आपस में साझा करने का अवसर प्रदान करेगी।

क्वाड ढांचे के तरह इन चार देशों के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक न्यूयार्क में सितंबर 2019 में हुई थी।

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Web Title: Quad ministers emphasize free and inclusive Indian Pacific, shipping freedom in the international sea

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