पंजाब में भीषण गर्मी के दौरान पॉवर कट, नवजोत सिंह सिद्धू बोले-लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली कैसे दें
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: July 2, 2021 20:54 IST2021-07-02T16:36:41+5:302021-07-02T20:54:28+5:30
नवजोत सिंह सिद्धू ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि अगर राज्य ‘‘ सही दिशा में ’’ काम करता है, तो पंजाब में बिजली कटौती या मुख्यमंत्री को कार्यालय के समय का नियमन करने की कोई आवश्यकता नहीं है।’’

पंजाब, ‘नेशनल ग्रिड’ से बहुत सस्ती दरों पर बिजली खरीदी जा सकती है। (file photo)
चंडीगढ़ः पंजाब में भीषण गर्मी के दौरान बिजली की किल्लत के बीच सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को कहा कि पूर्ववर्ती शिरोमणि अकाली दल (शिअद)-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के कार्यकाल में किए गए बिजली खरीद समझौते (पीपीए) राज्य की जनता के हित में नहीं हैं।
सिद्धू ने इन समझौतों को रद्द करने के लिए एक कानून लाने का आग्रह किया। सिद्धू ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि अगर राज्य ‘‘ सही दिशा में ’’ काम करता है, तो पंजाब में बिजली कटौती या मुख्यमंत्री को कार्यालय के समय का नियमन करने की कोई आवश्यकता नहीं है।’’
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ जारी गतिरोध के बीच सिद्धू ने कहा, ‘‘ बिजली की लागत, कटौती, बिजली खरीद समझौतों की सच्चाई और पंजाब के लोगों को मुफ्त तथा 24 घंटे बिजली कैसे दें..... अगर हम सही दिशा में कार्य करते हैं तो पंजाब में बिजली कटौती की कोई आवश्यकता नहीं है या मुख्यमंत्री को कार्यालय के समय या आम लोगों के ‘एसी’ के उपयोग का नियमन करने की आवश्यकता नहीं है।
Truth of Power Costs, Cuts, Power Purchase Agreements & How to give Free & 24 hour Power to the People of Punjab:- 1. There is No need for Power-Cuts in Punjab or for the Chief Minister to regulate office timings or AC use of the Common People ... If we Act in the right direction
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
।’’ भीषण गर्मी के बीच पंजाब में प्रति दिन बिजली की मांग 14,000 मेगावाट से अधिक हो गई है, जिसके कारण सरकारी बिजली आपूर्तिकर्ता ‘पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ (पीएसपीसीएल) को मजबूरन बिजली कटौती और उद्योगों पर पाबंदियां लगानी पड़ रही हैं।
6. Punjab’s revenue per unit of consumption is one of the lowest in India, due to gross mismanagement of the complete power purchase & supply system ... PSPCL pays Rs. 0.18 per unit “Extra” on every unit supplied, even after receiving over 9000 Crore in Subsidy from the State.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
राज्य सरकार ने बृहस्पतिवार को राज्य सरकार के कार्यालयों के समय में शुक्रवार से कटौती करने और उच्च ऊर्जा खपत करने वाले उद्योगों को बिजली आपूर्ति में कटौती करने का आदेश दिया था। सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘‘ पंजाब, ‘नेशनल ग्रिड’ से बहुत सस्ती दरों पर बिजली खरीदी जा सकती है, लेकिन शिरोमणि अकाली दल और भाजपा की सरकार के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा हस्ताक्षरित पीपीए पंजाब के हित के खिलाफ काम कर रहे हैं।
7. Renewable Energy is becoming cheaper along with being environmental-friendly, But Punjab’s potential from Solar & BioMass Energy remains unutilised even though Central financial schemes can be availed for these projects. PEDA spends its time just on energy efficiency awareness
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
माननीय अदालतों से कानूनी संरक्षण प्राप्त होने के कारण पंजाब इन पीपीए पर फिर से बातचीत करने में सक्षम नहीं हो सकता है, लेकिन आगे एक रास्ता है।’’ उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा किसी भी समय ‘नेशनल पावर एक्सचेंज’ पर उपलब्ध कीमतों पर बिजली खरीद लागत को सीमित करने के लिए पूर्वव्यापी प्रभाव से नया कानून ला सकती है। सिद्धू ने कहा, ‘‘ इस प्रकार, कानून में संशोधन करके ये समझौते खत्म हो जाएंगे और पंजाब के लोगों के पैसे भी बचेंगे।’’
9. Punjab Model for Power - Money spent on giving unreasonable & exuberant profits to Private Thermal Plants should be utilised for welfare of People i.e Giving Power Subsidy for Free Power for Domestic use (Upto 300 Units), 24 hours supply & to invest in Education & Healthcare !
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021