Punjab Election 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने की शुरुआत में एक रैली को संबोधित करते हुए पंजाब में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी बिगुल बजाएंगे। भाजपा, जिसने पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ चुनावी समझौता किया है।
पंजाब में अब तक शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ चुनाव लड़ चुकी भगवा पार्टी 117 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अमरिंदर की पार्टी को 30-35 सीटें दी जा सकती हैं, जबकि शेष सुखदेव सिंह ढींढसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) को दी जाएंगी। गौरतलब है कि बीजेपी ने अब तक पंजाब में सबसे ज्यादा 23 सीटों पर चुनाव लड़ा है।
यह पहला चुनाव होगा, जब भगवा दल शिअद के बिना चुनावी दौड़ में शामिल है। पार्टी की नजर उन सीटों पर है, जहां हिंदू और दलित मतदाताओं का बहुमत है। पार्टी ने एक नया नारा भी गढ़ा है - 'नवा पंजाब बीजेपी दे नाल' (नया पंजाब बीजेपी के साथ)। भाजपा को राज्य में भाग्य में बदलाव की उम्मीद है, क्योंकि मोदी सरकार ने पिछले महीने तीन कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया था।
जो एक साल से अधिक समय से किसानों के विरोध के केंद्र में थे। हालांकि सीटों के बंटवारे की औपचारिक घोषणा होनी बाकी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी और पंजाब लोक कांग्रेस में आम सहमति बन गई है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब की राजनीति के अनुभवी खिलाड़ी हैं। कैप्टन दो बार सत्ता में रहने के बाद मालवा, माझा और दोआबा तीनों क्षेत्रों की जमीनी स्तर की राजनीति को समझते हैं। वह कांग्रेस की खामियों को भी जानते हैं और पिछले चुनावों में पार्टी कहां कमजोर थी। कैप्टन को भी अकाली दल की कमजोरी का अंदाजा है।