पंजाब कांग्रेस संकटः छह विधायकों संग नवजोत सिंह सिद्धू ने किया नास्ता, दिल्ली में सांसदों को भेजा सीएम अमरिंदर सिंह
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 18, 2021 12:47 IST2021-07-18T12:46:29+5:302021-07-18T12:47:29+5:30
नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्रिमंडल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और विधायक बरिंदरमीत सिंह पहरा, अमरिंदर सिंह राजा वारिंग, कुलबीर सिंह जीरा और दविंदर सिंह घुबाया से भी मुलाकात की।

सिद्धू ने चंडीगढ़ में कुछ मंत्रियों समेत अन्य नेताओं से मुलाकात की।
चंडीगढ़ः पंजाब कांग्रेस में संकट जारी है। 2022 में यहां पर विधानसभा चुनाव है। कांग्रेस में कई माह से नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह में टकराव चल रहा है।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धूपंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह खत्म करने के पार्टी नेतृत्व के प्रयासों के बीच पटियाला में राज्य मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा सहित पार्टी के छह विधायकों के साथ नास्ता किया। नास्ता करने के बाद कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला स्थित अपने आवास के लिए रवाना हो गए।
Punjab: Congress leader Navjot Singh Sidhu reaches residence of MLA Madanlal with six party MLAs including state minister Sukhjinder Singh Randhawa in Patiala, amid efforts by the party leadership to end the infighting in Punjab Congress pic.twitter.com/ecQ99YQ16O
— ANI (@ANI) July 18, 2021
नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी की राज्य इकाई का अगला प्रमुख बनाए जाने की अटकलों के बीच पंजाब से कांग्रेस के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की आज बैठक होने वाली है। बैठक कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा के दिल्ली स्थित आवास पर होगी।
बाजवा ने एएनआई के हवाले से कहा, "हमने पंजाब के सभी (कांग्रेस) सांसदों को किसानों के मुद्दे पर रणनीति बनाने और कांग्रेस पार्टी से जुड़े कुछ मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बैठक के लिए आमंत्रित किया है।" सूत्रों के मुताबिक यह बैठक सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के विरोध में हो रही है।
Seeking guidance of Presidents of the illustrious Punjab Pradesh Congress Committee … Conversations with wise men, worth months of Education !! 🙏🏼🙏🏼🙏🏼 pic.twitter.com/Tq5uqkbp6m
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 17, 2021
पंजाब की कांग्रेस इकाई में चल रही कलह के जल्द खत्म होने की संभावना शनिवार को उस वक्त बढ़ गई जब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस महासचिव हरीश रावत से मुलाकात के बाद कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी जो भी फैसला करेंगी वो सबको स्वीकार होगा। दूसरी तरफ, रावत ने अमरिंदर सिंह का धन्यवाद किया और कहा कि बहुत सारी अटकलें निर्मूल साबित हुई हैं।
उधर, सिद्धू ने भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्तमान अध्यक्ष सुनील जाखड़ से मुलाकात की। दिल्ली के बाद चंडीगढ़ में मुलाकातों का यह सिलसिला उस वक्त शुरू हुआ जब शुक्रवार को अमरिंदर सिंह ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर स्पष्ट कर दिया कि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए जाने से अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं को झटका लग सकता है।
सूत्रों का कहना है कि पूर्व क्रिकेटर सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की इकाई का प्रमुख बनाया जा सकता है और उनके साथ दो या फिर नेताओं को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया जा सकता है। रावत का चंडीगढ़ दौरा अमरिंदर सिंह को मनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि वह सिद्धू को पार्टी की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष बनाए जाने के खिलाफ हैं।
उधर, सिद्धू और जाखड़ के बीच मुलाकात आधे घंटे से ज्यादा समय तक चली और इसके बाद सिद्धू ने जाखड़ को बड़ा भाई और मार्गदर्शक बताया। वहीं, जाखड़ ने सिद्धू को सक्षम व्यक्ति करार दिया। शुक्रवार को सिद्धू ने नयी दिल्ली में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की थी। इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और हरीश रावत मौजूद थे।