पंजाब विधानसभाः भाजपा, आप और शिअद ने अमरिंदर सिंह पर हमला बोला, कहा-कांग्रेस सरकार ‘‘अल्पमत’’ में, बहुमत साबित करो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 28, 2021 13:57 IST2021-08-28T13:44:30+5:302021-08-28T13:57:05+5:30
Punjab Assembly: पंजाब और उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। विपक्ष ने सरकार पर हमला कर दिया है।

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अमरिंदर सिंह नीत सरकार से बहुमत साबित करने के लिए कहा।
Punjab Assembly: पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस के अंदर रस्साकशी जारी है। पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रिश्तों में कड़वाहट के कारण पिछले कुछ महीनों में कई बार विवाद खड़ा हुआ है।
इस बीच विपक्ष ने सरकार पर हमला कर दिया है। भाजपा, आप और शिअद सहित विपक्षी दलों ने अमरिंदर सिंह नीत सरकार से कहा कि वह विधानसभा के अंदर बहुमत साबित करे। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा के नेतृत्व में यहां राज्यपाल से मिला और दावा किया कि कांग्रेस सरकार ‘‘अल्पमत’’ में है।
समूह ने मांग की कि राज्य विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जाए और मुख्यमंत्री को निर्देश दिया जाए कि सदन के अंदर वह अपनी सरकार का बहुमत साबित करें। आप की तरफ से जारी बयान के अनुसार, पार्टी नेताओं ने कहा कि अगर अमरिंदर सिंह अगले सात दिनों में सरकार का बहुमत साबित करने से बचते हैं तो विधानसभा को तुरंत भंग किया जाना चाहिए।
117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में कांग्रेस के 80 विधायक हैं। विपक्ष ने यह मांग ऐसे समय में की है जब अमरिंदर सिंह और राज्य कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के बीच जारी तनातनी के कारण पंजाब कांग्रेस संकटों में घिरी हुई है। चीमा ने कहा कि कुछ मंत्रियों और विधायकों ने खुलेआम मुख्यमंत्री के खिलाफ विद्रोह कर दिया है और अमरिंदर सिंह ने अपने मंत्रियों, विधायकों और पंजाब के लोगों का विश्वास खो दिया है।
मोगा के बाघापुराना में एक सभा को संबोधित करते हुए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने अमरिंदर सिंह नीत सरकार से बहुमत साबित करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री को विधानसभा के आगामी सत्र में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ेगा क्योंकि उन्होंने अपने अधिकतर मंत्रियों और विधायकों का ‘‘विश्वास खो दिया है’’ और ‘‘उन्हें पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है।’’
सोनिया से मिले रावत, पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त करने का आग्रह किया
कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने सोनिया गांधी से मुलाकात कर आग्रह किया कि उन्हें पंजाब के लिए पार्टी प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए ताकि वह अगले साल होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि सोनिया से मुलाकात के दौरान पंजाब कांग्रेस से संबंधित विषयों पर चर्चा करने के साथ ही प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त किये जाने का आग्रह किया। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख रावत ने बृहस्पतिवार को कहा था कि उनके मन में यह है कि राज्य विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान लगाने के लिए वह नेतृत्व से पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किये जाने का आग्रह करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था, ‘‘अगर मेरी पार्टी कहती है, आप इसे (पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी) जारी रखें तो मैं इस जिम्मेदारी का निवर्हन करता रहूंगा।’’