NDTV ने रिपोर्ट में किया दावा: पीएम मोदी को 25 मिनट देर से मिली थी पुलवामा हमले की सूचना
By पल्लवी कुमारी | Updated: February 22, 2019 11:36 IST2019-02-22T09:59:07+5:302019-02-22T11:36:01+5:30
पुलवामा हमले पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाल ने कहा, "पीएम नरेंद्र मोदी जी राजधर्म भूलकर राज को बचाने की जुगत में लगे हुए हैं। जब पुलवामा में हमला हुआ पीएम मोदी अपना प्रचार-प्रसार में व्यस्त थे।"

पीएम नरेंद्र मोदी ने पुलवामा हमले के बाद सीसीएस की बैठक के बाद कहा था कि जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की सूचना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देर से मिली थी। शुक्रवार को प्रकाशित इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खराब मौसम की वजह से पीएम मोदी को पुलवामा हमले की सूचना करीब 25 मिनट देरी से मिली थी। पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
गुरुवार को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेसवार्ता करके आरोप लगाया था कि जब पुलवामा हमले की ख़बर पीएम मोदी को मिली तो वो उत्तराखण्ड के जिम कॉर्बेट पार्क में डिसक्वरी चैनल के लिए एक शूटिंग में व्यस्त थे। हालाँकि बीजेपी ने कांग्रेस को आरोप को पूरी तरह बेबुनियाद बतााय। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेसवार्ता करके कहा कि पीएम मोदी ने पुलवामा हमले के बाद जिम कॉर्बेट पार्क में खाना नहीं खाया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार पुलवामा हमले की सूचना मिलते ही पीएम मोदी ने फौरन दिल्ली आने की इच्छा जताई लेकिन खराब मौसम की वजह से उनको रात तक देहरादून में ही रुकना पड़ा। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री पुलवामा आतंकी हमले के दिन( 14 फरवरी) सुबह 7 बजे ही देहरादून पहुंचे गए थे। लेकिन मौसम के बिगड़ते हालात के कारण चार घंटे तक वहीं अटके रहे। वह लगभग 11.15 बजे जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पहुंचे। जहां उन्हें बाघ सफारी, एक इको-टूरिज्म जोन और एक बचाव केंद्र का उद्घाटन करने में तीन घंटे लगा दिए । इसके बाद उन्होंने कालागढ़ से ढिकाला के जंगलों में मोटरबोट की सवारी की।
पुलवामा हमले के बाद पीएम मोदी ने नहीं खाया था कुछ भी खाना- सूत्र
सूत्रों ने कहा कि हालांकि पीएम मोदी उस दोपहर रुद्रपुर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने वाले थे, उन्होंने पहले आतंकवादी हमले की खबर सामने आने के बाद इसे रद्द कर दिया। उन्होंने रामनगर गेस्ट हाउस में वापस जाने से पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्य पाल मलिक से अपडेट मांगा। एक बार, उन्होंने तीनों के साथ अपनी टेलीफोन पर बातचीत जारी रखी।
सूत्रों के मुताबिक, पुलवामा हमले की जानकारी मिलने के बाद पीएम मोदी ने कुछ भी खाना नहीं खाया था। पीएम मोदी हमले की खबर देरी से मिलने से काफी नाराज थे। इसके बाद उन्होंने रामनगर से बरेली तक गड्ढे वाली सड़कों के माध्यम से यात्रा की, क्योंकि प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा था। मौसम की वजह से वह उस रात देर से ही दिल्ली पहुंचे थे।
कांग्रेस ने लगाए पीएम मोदी पर आरोप
पुलवामा हमले के एक हफ्ते बाद कांग्रेस ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जबरदस्त हमला बोला। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरेजवाल ने 21 फरवरी को प्रेसवार्ता कर कहा, 'पीएम मोदी जी राजधर्म भूलकर राज को बचाने की जुगत में लगे हुए हैं। जब पुलवामा में हमला हुआ पीएम मोदी अपना प्रचार-प्रसार में व्यस्त थे। वहीं, बीजेपी के अमित शाह सस्ती राजनीति का खेल खेल रहे थे।
कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा,
- 3.10 मिनट पर पुलवामा हमले की खबर आने के बाद भी शाम 6 बजे तक पीएम मोदी देहरादून के जिम नेशनल कार्बेट पार्क में शूटिंग में बिजी थे।
-मुंबई हमले के दौरान भी मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस हमले पर वार्ता क्यों नहीं की?
-देश शहीदों के शरीरों के टुकड़े चुन रहा था तो प्रधानमंत्री मोदी अपने लिए नारे लगवा रहे थे। जब पूरे देश के चूल्हे बंद थे तब मोदी जी चाय नास्ता कर रहे थे।
-पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सियोल में कोरिया स्टार्ट-अप हब को लॉन्च किया।
- 3:10 पर घटना घटी पीएम मोदी 3:45 पर अपने प्रचार और नौक विहार में बिजी थे। रामनगर में पीडडब्यूडी चाय नाश्ते का आनंद ले रहे थे।
-16 फरवरी 2019 को दिल्ली में जब शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक घंटे लेट पहुंचे क्योंकि पीएम मोदी यूपी के झांसी में रैली में बिजी थे।