जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुये आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को औरंगाबाद के बेगमपुरा इलाके में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया और पाकिस्तानी झंडे जलाए।
पाकिस्तान विरोधी नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी देश से कहा कि वह आतंकी गतिविधियों का समर्थन करना और आतंकवादियों को भारत के खिलाफ हमले करने के लिए पनाह देना बंद करे। प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर युवा शामिल थे।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने 100 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 40 जवान शहीद हो गये।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया।
श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर पुलवामा के इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
कई राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ-साथ यहां के नागरिक समूहों ने कहा कि उन्होंने क्रांति चौक सहित औरंगाबाद के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।