नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर हाल ही में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा दो छात्राओं के कथित यौन उत्पीड़न के खिलाफ विभिन्न नागरिक संगठनों ने यहां दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर बुधवार को प्रदर्शन किया।
वाम संबद्ध अखिल भारतीय छात्र संघ (आइसा) ने मंगलवार को आरोप लगाया था कि 10 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिसकर्मियों ने दो छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया। दिल्ली पुलिस ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए इन्हें खारिज कर दिया है।
करीब 60 कार्यकर्ता बुधवार को अशोक रोड स्थित दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर जमा हो गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने चाणक्यपुरी के सहायक पुलिस आयुक्त को महिला प्रदर्शनकारियों पर हमला करने की खातिर पुलिसकर्मियों को कथित तौर पर निर्देश देने के लिए बर्खास्त किए जाने की मांग की।
गौरतलब है कि आइसा के कुछ सदस्यों को रविवार को उस समय हिरासत में लिया गया जब वे लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को निष्कासित करने की मांग को लेकर अमित शाह के आवास के पास धरना दे रहे थे।
आइसा ने एक वक्तव्य में कहा कि प्रदर्शनकारियों को तुरंत दिल्ली पुलिस ने जबरन वहां से हटाकर हिरासत में ले लिया। आइसा का आरोप है कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने महिला प्रदर्शनकारियों का यौन उत्पीड़न किया।
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