प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तीन तलाक कानून की निंदा की

By भाषा | Updated: August 1, 2021 23:34 IST2021-08-01T23:34:46+5:302021-08-01T23:34:46+5:30

Prominent social activists condemn triple talaq law | प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तीन तलाक कानून की निंदा की

प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तीन तलाक कानून की निंदा की

नयी दिल्ली, एक अगस्त अरुणा रॉय और तीस्ता सीतलवाड़ जैसी प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रविवार को तीन तलाक कानून की आलोचना करते हुए दावा किया कि यह मूलरूप में अल्पसंख्यक विरोधी, महिला विरोधी और संविधान विरोधी है।

उन्होंने यह भी कहा कि यह कानून मुस्लिम समुदाय को 'अपमानित’ करने का प्रयास करता है।

इन सामाजिक कार्यकर्ताओं की टिप्पणियां ऐसी दिन आई है जब सरकार और कई संगठनों ने मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम, 2019 के लागू होने के उपलक्ष्य पर ‘मुस्लिम महिला अधिकार दिवस’ मनाया।

मुस्लिम और गैर मुस्लिम महिलाओं, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, शिक्षाविदों और विद्यार्थियों समेत 660 नागरिकों की ओर से जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि यह कानून ‘मूलरूप से अल्पसंख्यक विरोधी, संविधान विरोधी है और यह सिर्फ मुस्लिम समुदाय को अपमानित करने का प्रयास है।’’

उन्होंने इस कानून को ‘विद्वेषपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि यह तब भी और अब भी एक पहेली के सिवा कुछ नहीं है।

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Web Title: Prominent social activists condemn triple talaq law

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