Video: हिरासत में लिये जाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा- 'पता नहीं यूपी पुलिस मुझे कहां ले जा रही है'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 19, 2019 12:39 IST2019-07-19T12:39:35+5:302019-07-19T12:39:35+5:30
सोनभद्र में भूमि विवाद को लेकर बुधवार(17 जुलाई) को हुए खूनी संघर्ष में 10 लोगों की मौत के सिलसिले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

Video: हिरासत में लिये जाने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा- 'पता नहीं यूपी पुलिस मुझे कहां ले जा रही है'
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुए जमीन विवाद को लेकर नरसंहार के बाद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार (19 जुलाई) को पीड़ित परिवार से मिलने से रोक दिया गया है। प्रशासन के द्वारा रोके जाने के बाद प्रियंका गांधी मिर्ज़ापुर में सड़क पर धरन पर बैठ गई थी। जिसके बाद यूपी पुलिस ने सोनिया गांधी को हिरासत में ले लिया है। सोनभ्रद इलाके में हालात को देखते हुये धारा 144 लगा दिया गया है। सोनभद्र में भूमि विवाद को लेकर बुधवार(17 जुलाई) को हुए खूनी संघर्ष में 10 आदिवासियों की मौत हो गई है।
प्रियंका गांधी ने गिरफ्तारी के बाद कहा, पता नहीं मुझे यूपी पुलिस कहां लेकर जा रही है। डीएम की गाड़ी में प्रियंका गांधी ने जाते वक्त है, मैं सिर्फ पीड़ित परिवार वालों से मिलने आई थी। मुझे नहीं पता यूपी पुलिस मुझे कहां लेकर जा रही है। लेकिन हम हर जगह जाने को तैयार हैं।
Priyanka Gandhi Vadra in Narayanpur on if she has been arrested: Yes, we still won't be cowed down. We were only going peacefully to meet victim families(of Sonbhadra firing case). I don't know where are they taking me, we are ready to go anywhere.' pic.twitter.com/q1bwkucl0g
— ANI UP (@ANINewsUP) July 19, 2019
प्रियंका गांधी ने बीएचयू के ट्रामा सेंटर में सोनभद्र में हुए नरसंहार के घायलों का हाल जानने शुक्रवार की सुबह 11:05 पर ट्रामा सेंटर पहुंची थीं। सोनभद्र में भूमि विवाद को लेकर बुधवार(17 जुलाई) को हुए खूनी संघर्ष में 10 लोगों की मौत के सिलसिले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
यूपी की अजय सिंह बिष्ट सरकार द्वारा कांग्रेस महासचिव @PriyankaGandhi को सोनभद्र जाने से जबरन रोकना लोकशाही का अपमान है। बगैर लिखित आदेश और संविधान की मूल भावना के विपरीत अजय सिंह बिष्ट सरकार का यह कदम तानाशाही को दर्शाता है। pic.twitter.com/iuoAdzIFys
— Congress (@INCIndia) July 19, 2019
मृतकों को दफनाने को लेकर ग्रामीणों और स्थानीय प्रशासन के बीच कई घंटे तक चला गतिरोध देर रात को समाप्त हो गया। पुलिस ने मामले में हिंसा के मुख्य आरोपी एक ग्राम प्रधान को भी पकड़ लिया। जिसके बाद गिरफ्तार लोगों की संख्या 26 हो गयी है। बुधवार की हिंसा में 18 अन्य घायल भी हो गये। पुलिस ने ग्राम प्रधान के दो भतीजों - गिरिजेश और विमलेश - को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। कुल 61 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें 11 नामजद हैं। इस घटना में जिसकी भी मौत हुई वो सब आदिवासी हैं।