दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कथित तौर पर 'सुसाइड नोट' को लेकर किये गये मजाक को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर बेहद तीखा हमला बोला है। प्रियंका गांधी ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सुसाइड नोट की हंसी उड़ने की बजाय थोड़ी गंभीरता से इस विषय पर सोचें, वो देश के प्रधानमंत्री हैं और ऐसे संवेदनशील मुद्दे का उनके द्वारा मजाक बनाया जाना शोभा नहीं देता है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात को ही नहीं समझ सके कि सुसाइड मानसिक परेशानी से उपजने वाली गंभीर बीमारी है और मनोस्वास्थ्य के प्रति उनकी असंवेदनशीलता उन्हीं का उपहास उड़ा रही है। इसलिए वो सुसाइड को हंसी का मुद्दा बनाने की बजाय लोगों में इसके खिलाफ जागरुकता पैदा करें।"
प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी का वीडियो साझा करते हुए कहा, "अवसाद और आत्महत्या विशेषकर युवाओं की आत्महत्या कोई मजाक का विषय नहीं है। एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2021 में 1,64,033 भारतीय नागरिकों ने आत्महत्या की। इसमें 30 साल से कम उम्र के लोगों की संख्या बहुत ज्यादा थी। यह त्रासदी कोई मजाक नहीं है।"
कांग्रेस नेता ने कहा, "प्रधानमंत्री द्वारा किये मजाक पर वहां हंसने वालों को खुद को जागरूक करें ताकि मानसिक स्वास्थ्य का इस असंवेदनशील तरीके से मजाक बनाने की बजाय जगरूकता पैदा की जा सके।"
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक टीवी कार्यक्रम के दौरान एक मजाक साझा किया, जिसमें वो एक प्रोफेसर की बेटी के सुसाइड नोट में एक शब्द के गलत उच्चारण का उल्लेख कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह मजाक उस वक्त किया जब उन्होंने कहा कि संबंधित चैनल के प्रमुख संपादक अच्छी हिंदी बोलने लगे हैं।
राहुल गांधी ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी को घेरते हुए ट्वीट किया, "हज़ारों परिवार आत्महत्या के कारण अपने बच्चों को खोते हैं। प्रधानमंत्री को उनका मज़ाक नहीं उड़ाना चाहिए!"