मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश), एक अगस्त केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर हिंदू धार्मिक आस्था के केंद्रों के विकास के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि वोट बैंक की चिंता के कारण इन स्थलों की उपेक्षा की गई।
शाह ने यहां मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर परियोजना का शिलान्यास और रोप-वे का लोकार्पण करने के बाद कहा "जो पहले शासन में थे, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्यों राम मंदिर का निर्माण नहीं कराया गया? क्यों ब्रज के विकास का कार्यक्रम नहीं हुआ, क्यों चित्रकूट धाम जहां भगवान श्री राम 11 साल से ज्यादा समय रहे, उसके विकास के लिए कुछ नहीं हुआ, क्यों मां विंध्यवासिनी का कॉरिडोर नहीं बना.... क्योंकि आप वोट बैंक की राजनीति से डरते थे। भाजपा वोट बैंक की राजनीति से नहीं डरती है। इसीलिए उसने इन सभी धार्मिक स्थलों के सुव्यवस्थित विकास को मूर्त रूप दिया है।"
उन्होंने कहा कि ब्रज तीर्थ का विकास हो, चित्रकूट धाम हो या अयोध्या में भव्य दीपोत्सव महोत्सव हो, हर परंपरा को भाजपा की योगी सरकार ने पुनर्जीवित करके लोगों की बरसों पुरानी इच्छा की पूर्ति की है।
शाह ने कहा कि धार्मिक स्थलों की उपेक्षा को देखकर लोगों के मन में यह टीस उठती थी कि आखिर क्यों हमारी आस्था का सम्मान नहीं होता, क्यों यहां परिक्रमा की सही व्यवस्था नहीं होती, यात्रा क्यों अधूरी रह जाती है।
उन्होंने जनता से उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में भी भाजपा को जिताने की अपील की। गृह मंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले जारी किए गए भाजपा के घोषणा पत्र का हर वादा पूरा कर दिया है।
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