ममता के मुंह से लोकतंत्र का ‘उपदेश’ शोभा नहीं देता: भाजपा
By भाषा | Updated: March 31, 2021 22:01 IST2021-03-31T22:01:51+5:302021-03-31T22:01:51+5:30

ममता के मुंह से लोकतंत्र का ‘उपदेश’ शोभा नहीं देता: भाजपा
नयी दिल्ली, 31 मार्च भाजपा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी नेताओं को पत्र लिखने के लिए बुधवार को उन्हें आड़े हाथ लिया और कहा कि तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष के मुंह से लोकतंत्र का ‘‘उपदेश’’ उनके नेताओं व कार्यकर्ताओं के आचरण के विपरीत है।
ज्ञात हो कि बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत गैर-भाजपा नेताओं को पत्र लिखा है और केंद्र की भाजपा सरकार पर लोकतंत्र और संविधान पर ‘‘हमले’’ का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद केन्द्र-राज्य संबंध कभी इतने खराब नहीं थे जितने अब हैं।
भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष ने बनर्जी के इस पत्र के मद्देनजर ट्वीट किया, ‘‘ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस द्वारा लोकतंत्र का उपदेश शोभा नही देता है । उनके कार्यकर्ता भाजपा उम्मीदवारों पर हमले करते हैं, मतदाताओं को धमकाते हैं, बूथ पर कब्जा करते हैं और अंत में उसके नेता लोकतंत्र पर उपदेश देते हैं।’’
राज्य में दूसरे चरण के मतदान से पहले बनर्जी का यह पत्र तृणमूल कांग्रेस ने जारी किया।
पत्र में बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं भारत में लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर भाजपा और केन्द्र में उसकी सरकार द्वारा किए गये कई हमलों को लेकर अपनी गंभीर चिंताओं से अवगत कराने के लिए आपको, और गैर-भाजपा दलों के कई नेताओं को पत्र लिख रही हूं।’’
तीन पृष्ठ का यह पत्र कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के अलावा राकांपा के नेता शरद पवार, द्रमुक के एमके स्टालिन, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, शिव सेना के उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, बीजू जनता दल के नवीन पटनायक, वाईएसआर कांग्रेस के जगन रेड्डी, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती और भाकपा (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य के नाम लिखा गया है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।