शिमला, 29 अक्टूबर हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा और अर्की, फतेहपुर तथा जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीटों पर शनिवार को होने वाले उप चुनाव को राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की पूर्व परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
इन चारों निर्वाचन क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को उप चुनाव के लिए मतदान होगा। इनमें मंडी लोकसभा सीट भी शामिल है।
कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेताओं के अनुसार, इन उप चुनाव के परिणाम अगले साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं। मंडी लोकसभा सीट में 17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं।
भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने ‘पीटीआइ-भाषा’ से कहा कि इस उप चुनाव के परिणाम विधानसभा चुनाव के परिणामों को प्रभावित करेंगे।
शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान एवं राज्य में कांग्रेस के मीडिया प्रकोष्ठ के अध्यक्ष के भी यही विचार हैं।
दोनों नेताओं ने चारों सीट पर अपनी अपनी पार्टी की जीत दर्ज करने का दावा भी किया।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बातया कि मंडी लोकसभा सीट के लिए 2484 मतदान केन्द्र तथा 312 सहायक मतदान स्थापित किए गए हैं, जहां 12,99,756 पात्र मतदाता हैं। वहीं, फतेहपुर मे 87,222, अर्की में 92,609 और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में 70,965 पात्र मतदाता हैं।
ऐसा दावा किया जाता है कि मंडी संसदीय सीट के जनजातीय जिले लाहौल-स्पीति में समुद्र तल से 15,256 फुट की ऊंचाई पर दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केन्द्र त्शिगांग में स्थित है।
इन चारों सीट पर उप चुनाव, मौजूदा सांसद और विधायकों के निधन के चलते कराए जा रहे हैं। इन सभी सीटों के लिए मतगणना दो नवंबर को की जाएगी।
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