भाजपा या एनडीए से कोई लेना-देना नहीं है तो अपने सांसद को राज्यसभा उपसभापति का पद छोड़ने के लिए कहें, पीके ने फिर से सीएम नीतीश पर किया हमला
By एस पी सिन्हा | Updated: October 22, 2022 16:57 IST2022-10-22T16:55:35+5:302022-10-22T16:57:09+5:30
बिहारः प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि अगर आपका भाजपा या एनडीए से कोई लेना-देना नहीं है तो अपने सांसद को राज्यसभा के उपसभापति का पद छोड़ने के लिए कहें। आपके पास हर समय दोनों तरीके नहीं हो सकते।

जदयू ने प्रशांत किशोर के दावे को खारिज कर दिया था। (file photo)
पटनाः चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच जारी जुबानी जंग और तेज होती जा रही है। पीके ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है और दावा किया है कि वह भाजपा के संपर्क में हैं।
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर कहा कि अगर आपका भाजपा या एनडीए से कोई लेना-देना नहीं है तो अपने सांसद को राज्यसभा के उपसभापति का पद छोड़ने के लिए कहें। आपके पास हर समय दोनों तरीके नहीं हो सकते। कुछ दिन पहले पीके ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के जरिए भाजपा के साथ संवाद के लिए एक रास्ता खुला रखा है।
उन्होंने कहा था कि जो लोग यह सोच रहे हैं कि नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय गठबंधन बनाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, वे यह जानकर चकित रहे जाएंगे कि उन्होंने भाजपा के साथ रास्ता खुला रखा है। वह अपनी पार्टी के सांसद और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश जी के जरिए भाजपा के संपर्क में हैं।
#NitishKumar ji if you have nothing to do with BJP / NDA then ask your MP to quit the post of Deputy Chairman of Rajya Sabha.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) October 22, 2022
You can’t have both ways all the time.
हालांकि जदयू ने उनके दावे को खारिज कर दिया था। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि काहे आप उस आदमी (प्रशांत किशोर) का नाम लेते हो। आप कृपा करके कभी मुझसे उनके बारे में मत पूछिए। एक बार तो हम बता ही दिए हैं। आखिर जिसको मर्जी है, रोज बोलता रहता है। उसको ठीक से जानते हैं। यही बोलता रहता है अपनी पब्लिसिटी के लिए।
ये सब आप जानते ही हैं। बोलते रहने दीजिए, क्या फर्क पड़ता है हम लोगों को। हम तो किसी जमाने में उसको बहुत माना। अभी उसका क्या है और क्या बोलता है, बोलते रहने दीजिए। इसका कोई मतलब नहीं। हमने जिन लोगों की इज्जत की है, आपको मालूम है। उन्होंने (प्रशांत किशोर) मेरे साथ कितना दुर्व्यवहार किया है। क्या कीजिएगा। छोड़ दीजिएगा उसको कोई कमेंट ही मत कीजिए उस पर।