लाइव न्यूज़ :

डीकेजी में 4 जवानों की जान लेने वाले आतंकियों का अब तक कोई सुराग नहीं, हजारों सैनिक उतरे हैं मैदान में

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: December 28, 2023 15:45 IST

सुरक्षाबलों ने गांवों के अलावा जंगलों, पहाड़ों व नालों की छानबीन की, परंतु शाम तक किसी संदिग्ध वस्तु अथवा व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। तीन नागरिकों की कथित टार्चर से हुई मौतों के उपरांत राजौरी तथा पुंछ में इंटरनेट भी बंद है।

Open in App
ठळक मुद्देआठ दिनों से नहीं मिल पाए आठ आतंकीनागरिकों की मौत के बाद से बंद इंटरनेट भी बंद हैतलाश में हजारों सैनिक जुटे हुए हैं

जम्मू: आठ दिन पहले आतंकियों ने एलओसी से सटे राजौरी और पुंछ के बीच पड़ते डेरा की गली के इलाके में चार सैनिकों की जान ले ली थी। हमलावर आतंकियों की संख्या 8 बताई जाती रही है। उनकी तलाश में हजारों सैनिक जुटे हुए हैं। पर कोई हाथ नहीं आया है।

सेना ने इसकी पुष्टि की है कि राजौरी तथा पुंछ जिलों में आतंकी हमलों, आतंकियों की संख्या तथा उनकी गतिविधियों में आई तेजी से निपटने को सेना की एक और ब्रिगेड को कूच करने का आदेश दिया जा चुका है। आठ दिन पहले ही सैनिकों ने अन्य क्षेत्रों से मूव करना आरंभ किया था और अतिरिक्त सैनिकों के साथ मिलकर उन आतंकियों की तलाश अभी भी जारी है जिनके प्रति दावा किया जा रहा है वे इन दोनों जिलों के जंगलों में बनी प्राकृतिक गुफाओं में डेरा जमाए हुए हैं।

यही नहीं आतंकी हमले के 24 घंटे के भीतर तीन नागरिकों की कथित टार्चर से हुई मौतों के उपरांत राजौरी तथा पुंछ में इंटरनेट भी बंद है। वह कब तक चालू होगा कोई नहीं जानता क्योंकि अधिकारी कहते हैं कि दोनों जिलों में अभी भी आतंकी खतरा मंडरा रहा है। इसी खतरे के चलते पुंछ के शाहपुर सेक्टर में एलओसी के पास तीन से चार संदिग्ध देखे जाने के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को दिनभर खंगाला। 

सुरक्षाबलों ने गांवों के अलावा जंगलों, पहाड़ों व नालों की छानबीन की, परंतु शाम तक किसी संदिग्ध वस्तु अथवा व्यक्ति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को शाहपुर सेक्टर में संदिग्ध देखे जाने की सूचना के बाद एसओजी पुंछ, सीआरपीएफ और सेना ने क्षेत्र की घेराबंदी कर संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी तथा संदिग्धों को लेकर लोगों से पूछताछ की। दरअसल एलओसी से सटे उक्त क्षेत्र आतंकियों की ओर से सुरक्षित घुसपैठ के बाद आगे बढ़ने के रूट के तौर पर प्रयोग किए जाते रहे हैं। 

इसके चलते सुरक्षाबलों ने दिन भर इलाके को खंगाला। वहीं, बर्फबारी न होने के चलते आतंकियों की घुसपैठ के संभावित क्षेत्र अभी बंद नहीं हो पाए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए दोनों जिलों में सेना की ओर से पहले से चौकसी बढ़ाई हुई है।

टॅग्स :जम्मू कश्मीरकश्मीर मुठभेड़आतंकी हमलाभारतीय सेना
Open in App

संबंधित खबरें

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारतJammu-Kashmir Power Shortage: सर्दी बढ़ने के साथ कश्मीर में गहराया बिजली सकंट, करीब 500 मेगावाट बिजली की कमी से परेशान लोग

भारतJammu-Kashmir: कश्मीर के मोर्चे से खुशखबरी, आतंकी हिंसा में गिरावट पर आतंक और दहशत में नहीं

पूजा पाठVaishno Devi Temple: मां वैष्णो देवी की यात्रा में गिरावट, पिछले साल के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या घटी

भारतदिल्ली लाल किला कार विस्फोटः जम्मू-कश्मीर और लखनऊ में कुल 8 जगहों पर NIA छापेमारी, ‘सफेदपोश’ आतंकी मॉड्यूल पर नजर, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में एक्शन

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई