राजनीतिक हत्या: केरल पुलिस सोशल मीडिया पर घृणा फैलाने वाले ‘ग्रुप के एडमिन’ पर मामला दर्ज करेगी
By भाषा | Updated: December 24, 2021 17:44 IST2021-12-24T17:44:00+5:302021-12-24T17:44:00+5:30

राजनीतिक हत्या: केरल पुलिस सोशल मीडिया पर घृणा फैलाने वाले ‘ग्रुप के एडमिन’ पर मामला दर्ज करेगी
तिरुवनंतपुरम, 24 दिसंबर केरल में हाल में दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक अनिल कांत ने शुक्रवार को जिला पुलिस प्रमुखों को सोशल मीडिया के जरिए फर्जी खबरें, झूठे संदेश फैलाने और इस तरह के मंचों पर ऐसी चर्चाओं को जगह देने वाले एडमिन (व्यवस्थापक) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
कांत ने यहां एक बयान में कहा कि ऐसा देखा गया कि भाजपा पदाधिकारी रंजीत श्रीनिवास और एसडीपीआई के के. एस. शान की हत्या के बाद से सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक घृणा को बढ़ावा देने वाले कई संदेशों का प्रसार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ सोशल मीडिया के ग्रुप के जो एडमिन सांप्रदायिक घृणा को बढ़ावा देने वाली चर्चा की अनुमति देते हैं, उन पर मामला दर्ज किया जाएगा। राज्य पुलिस की साइबर शाखा को सभी जिलों में इस तरह के कुप्रचार को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाने को कहा गया है।’’
उन्होंने कहा कि हत्या में सीधे तौर पर शामिल लोगों को ही नहीं बल्कि हथियार मुहैया कराने वाले और फोन एवे जरूरी सहायता देने वालों को भी जल्द से जल्द पकड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधी गिरोहों के धन के स्रोत का भी पता लगाया जाएगा।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह स्पष्ट किया था कि पिछले पांच दिनों में राज्य में सोशल मीडिया मंचों पर सांप्रदायिक घृणा फैलाने वाले संदेशों का प्रसार करने वाले कुछ लोगों के खिलाफ 30 मामले दर्ज किए गए हैं। एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि कोल्लम जिले में वेस्ट पुलिस ने एक व्यक्ति को एक मामले में गिरफ्तार किया।
एसडीपीआई के राज्य सचिव शान की शनिवार रात को एक गिरोह ने उस समय हत्या कर दी, जब वह अलप्पुझा में अपने घर जा रहे थे। वहीं भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के राज्य सचिव श्रीनिवास की हत्या उनके परिवार के सामने उनके घर में रविवार सुबह इसी जिले में कर दी गई। इसी बीच, दो अलग-अलग मामलों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व करनेवाले एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) विजय सखारे ने कहा कि इस अपराध में सीधे तौर पर शामिल सभी लोग राज्य से बाहर भागने में सफल रहे। केरल पुलिस ने पड़ोसी राज्यों के समकक्षों से उन्हें पकड़ने में मदद मांगी है।
उन्होंने कहा कि हत्या के वृहद साजिश का हिस्सा रहनेवाले को ही नहीं बल्कि हत्यारों को किसी भी तरह की मदद देनेवालों पर भी साजिश का मामला दर्ज किया जाएगा। सखारे ने अलप्पुझा में संवाददाताओं को बताया, ‘‘ हम इसकी जानकारी नहीं दे सकते हैं कि वे किस राज्य में छुपे हैं। वे जहां भी जाएंगे, हम उनका पीछा करेंगे और पकड़ लेंगे। साइबर जांच भी इस संबंध में तेज कर दी गई है।’’
वहीं, कानून-व्यवस्था की कथित तौर पर खराब होती स्थिति को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना के बीच राज्य के मत्स्य और सिनेमा मंत्री साजी चेरियन शुक्रवार को श्रीनिवास और शान के घर गए।
उन्होंने श्रीनिवास के घर जाने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हत्या में शामिल वास्तविक दोषियों के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज करेगी। यही सरकार का पक्ष है। इस अपराध में सीधे तौर पर शामिल सभी लोगों की पहचान कर ली गई है। कई लोगों को गिरफ्तार और रिमांड पर लिया गया है। इस संबंध में चिंता की कोई बात नहीं है।’’
हत्याओं की कड़ी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि यह ‘सांप्रदायिक पागलपन’ का उदाहरण है। एक के बाद एक हत्या कट्टर मानसिकता का उदाहरण है और जानबूझकर समाज में नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस सांप्रदायिक और कट्टर ताकतों का राज्य से समूल नाश किया जाएगा।
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