कालाधन के आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाई

By भाषा | Updated: June 14, 2021 19:34 IST2021-06-14T19:34:14+5:302021-06-14T19:34:14+5:30

Police formed different teams to search for the accused of black money | कालाधन के आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाई

कालाधन के आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीम बनाई

नोएडा, 14 जून नोएडा के एक फ्लैट से लाखों रुपये नकदी एवं 14 किलोग्राम सोना की चोरी के मामले में पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीम गठित की है। साथ ही पुलिस उस व्यक्ति की तलाश में भी जुट गई है जिसके फ्लैट से रुपये एवं सोना की चोरी हुई है।

पुलिस के अनुसार चोरी की गई करोड़ों की संपत्ति व सोना काला धन है, इसलिए जिसके घर से चोरी हुई उसने मुकदमा दर्ज नहीं कराया है। गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने सोमवार को इस मामले की विधिवत सूचना आयकर विभाग तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दी।

अपर पुलिस आयुक्त लव कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा स्थित सिल्वर सिटी सोसाइटी के एक फ्लैट से सितंबर 2020 में करोड़ों का कालाधन तथा सोना चोरी हुआ था। संपत्ति के मालिक ने इस मामले में थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। उन्होंने बताया कि काला धन चोरी करने वाले छह बदमाशों को थाना सेक्टर -39 पुलिस ने 11 जून को गिरफ्तार किया।

उन्होंने बताया कि इस गिरोह का सरगना गोपाल सहित चार लोग अभी फरार हैं। गिरफ्तार बदमाशों के पास से पुलिस ने करीब 14 किलो सोना तथा 57 लाख रुपए नगद व करोड़ों रुपए के संपत्ति के कागजात बरामद किए हैं।

उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार बदमाशों ने खुलासा किया कि जिस फ्लैट से उन्होंने करोड़ों की नगदी व सोना चोरी की है वह राममणि पांडे व किसलय पांडे नामक पिता-पुत्र का है। उन्होंने बताया कि कालाधन चोरी करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी तथा कालाधन रखने वाले फ्लैट के लोगों की तलाश के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं।

उन्होंने बताया कि पांडे परिवार के एक नजदीकी को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की है। उक्त व्यक्ति ने खुलासा किया है कि पांडे परिवार का नोएडा के विभिन्न सोसायटियो में 25 से ज्यादा फ्लैट हैं, जबकि करोड़ों की कॉमर्शियल प्रॉपर्टी है।

पुलिस को पूछताछ के दौरान पता चला है कि पांडे परिवार ने एक मीडिया पोर्टल भी लॉन्च कर रखा है, जिस पर ये लोग विभिन्न कंपनियों के खिलाफ खबर चलाते हैं तथा बाद में अदालतों में जनहित याचिका डालकर कंपनियों से अवैध उगाही करते हैं।

जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि इंडिया बुल कंपनी के साथ चल रहे मुकदमे में राममणि पांडे हरियाणा के गुड़गांव पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए थे। 11 महीने तक वह जेल में रहे। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने अपना मीडिया पोर्टल शुरू किया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि किसलय पांडे तथा उसके पिता के खिलाफ आगरा के हरी पर्वत थाना में कुछ वकीलों ने वर्ष 2019 में मुकदमा दर्ज कराया है। पांडे पिता-पुत्र के खिलाफ उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, सहित कई जगहों पर मुकदमे दर्ज हैं।

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Web Title: Police formed different teams to search for the accused of black money

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