PNB घोटाला: ED ने भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड की 4025 करोड़ की अटैच
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 12, 2019 18:02 IST2019-10-12T18:02:52+5:302019-10-12T18:02:52+5:30
राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) जेएसडब्ल्यू स्टील की याचिका पर सुनवाई को राजी हो गया है। कंपनी ने अपनी याचिका में भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड के खिलाफ चल रहे मनी लांड्रिंग के मामलों में राहत देने का आग्रह किया है।

PNB घोटाला: ED ने भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड की 4025 करोड़ की अटैच
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) फर्जीवाड़ा मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड (बीपीएसएल) के खिलाफ कार्रवाई की है। ईडी ने कंपनी की 4,025।23 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया है। बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ये कार्यवाई की गई है।
बीते दिनों पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने कहा कि उसने भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड (बीपीएसएल) की 3,800 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पता लगाया है। बैंक ने इस बारे में आरबीआई को रिपोर्ट दी है। पीएनबी ने कहा कि भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड ने बैंक कर्ज में धोखाधड़ी की और बैंकों के समूह से कोष जुटाने को लेकर अपने बही-खतों में गड़बड़ की। बैंक ने शेयर बाजारें को दी सूचना में कहा, ‘‘फोरेंसिक आडिट जांच और स्वत: संज्ञान लेकर कंपनी तथा उसके निदेशकों के खिलाफ सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर बैंक ने आरबीआई को 3,805.15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी है।’’
Enforcement Directorate (ED) has attached immovable properties of around Rs. 4025.23 crores of Bhushan Power & Steel Limited (BPSL) in a bank fraud case, under Prevention of Money Laundering Act, 2002 (PMLA) pic.twitter.com/QCRNSoi2Mu
— ANI (@ANI) October 12, 2019
पीएनबी ने कहा, ‘‘कंपनी ने बैंक कोष का गबन किया और बैंकों के समूह से कोष जुटाने को लेकर अपने बही-खतों में गड़बड़ की। फिलहाल मामला एनसीएलटी (राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण) में काफी आगे बढ़ चुका है और बैंक अच्छी वसूली की उम्मीद कर रहा है।’’ इससे पहले, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक पीएनबी के साथ भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने 2 अरब डॉलर की धोखाधड़ी की। यह मामला फरवरी 2018 में सामने आया। मोदी ने विदेशों में अन्य भारतीय बैंकों से कर्ज लेने को लेकर पीएनबी शाखाओं से गलत तरीके से गारंटी ऋणपत्र प्राप्त किए। इसकी सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय अैर अन्य एजेंसियां जांच कर रही हैं।