प्रधानमंत्री बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए गतिशक्ति योजना की शुरुआत करेंगे

By भाषा | Updated: October 12, 2021 21:40 IST2021-10-12T21:40:14+5:302021-10-12T21:40:14+5:30

PM to launch Gatishakti scheme to boost infrastructure development | प्रधानमंत्री बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए गतिशक्ति योजना की शुरुआत करेंगे

प्रधानमंत्री बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा देने के लिए गतिशक्ति योजना की शुरुआत करेंगे

नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए समग्र योजना को संस्थागत रूप देकर विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी के मुद्दे के समाधान को लेकर पीएम-गतिशक्ति परियोजना की शुरुआत करेंगे।

इसे देश के बुनियादी ढांचे के परिदृश्य के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने मंगलवार को कहा कि गतिशक्ति परियोजना विभागीय रुकावटों को खत्म कर देगी और प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में हितधारकों के लिए समग्र योजना को संस्थागत रूप देगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया और आधिकारिक बयान को साझा करते हुए लिखा, ‘‘महाअष्टमी के पावन अवसर पर 13 अक्टूबर को दिन में 11 बजे पीएम गतिशक्ति-मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिए राष्ट्रीय मास्टर प्लान की शुरुआत की जाएगी। यहां बताया गया है कि यह पहल क्यों खास है।’’

सभी विभागों को एक केंद्रीकृत पोर्टल के माध्यम से एक-दूसरे की परियोजनाओं का पता चलेगा और मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी लोगों, वस्तुओं और सेवाओं के आदान-प्रदान के लिए एकीकृत और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। पीएमओ ने कहा कि गतिशक्ति परियोजना व्यापकता, प्राथमिकता, अनुकूलन, समकालीन और विश्लेषणात्मक तथा गतिशील होने के छह स्तंभों पर आधारित है। यह बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा करेगा, रसद लागत में कटौती करेगा, आपूर्ति श्रृंखला में सुधार करेगा और स्थानीय वस्तुओं को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बना देगा।

यह देखते हुए कि विभिन्न विभागों के बीच समन्वय की कमी सहित कई मुद्दों से देश में दशकों से बुनियादी ढांचे का निर्माण प्रभावित हुआ, पीएमओ ने भूमिगत केबल बिछाने, गैस पाइपलाइन जैसी गतिविधियों के लिए अन्य एजेंसियों द्वारा खोदी जा रही नव-निर्मित सड़कों का उदाहरण दिया। पीएमओ ने कहा, ‘‘इससे न केवल बड़ी असुविधा होती है बल्कि यह एक फिजूलखर्ची भी है।’’ साथ ही कहा कि समन्वय में सुधार के लिए उपाय किए गए हैं।

अलग से योजना बनाने और डिजाइन करने के बजाय परियोजनाओं को अब एक सामान्य दृष्टि से डिजाइन और निष्पादित किया जाएगा और इसमें भारतमाला, सागरमाला और अंतरदेशीय जलमार्ग जैसे विभिन्न मंत्रालयों और राज्य सरकारों की बुनियादी ढांचा योजनाएं शामिल होंगी। पीएमओ ने कहा कि टेक्सटाइल क्लस्टर, फार्मास्युटिकल क्लस्टर, रक्षा गलियारा, इलेक्ट्रॉनिक पार्क, औद्योगिक गलियारा, फिशिंग क्लस्टर और एग्री जोन जैसे आर्थिक क्षेत्रों को कनेक्टिविटी में सुधार और भारतीय व्यवसायों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कवर किया जाएगा।

मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी लोगों, वस्तुओं और सेवाओं के परिवहन के एक साधन से दूसरे मोड में आवाजाही के लिए एकीकृत और निर्बाध संपर्क प्रदान करेगी। यह बुनियादी ढांचे की अंतिम गंतव्य कनेक्टिविटी की सुविधा और लोगों के लिए यात्रा के समय को भी कम करने में सहायक होगी। यह आगामी कनेक्टिविटी परियोजनाओं, अन्य व्यावसायिक केंद्रों, औद्योगिक क्षेत्रों और आसपास के वातावरण के बारे में लोगों और व्यावसायिक समुदाय की जानकारी प्रदान करेगी। निवेशकों को उपयुक्त स्थानों पर अपने व्यवसाय की योजना बनाने में भी मदद मिलेगी।

पीएमओ ने कहा है कि कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री प्रगति मैदान में नए प्रदर्शनी परिसर (प्रदर्शनी हॉल दो से पांच) का भी उद्घाटन करेंगे। इंडिया ट्रेड प्रमोशन आर्गनाइजेशन (आईटीपीओ) का प्रमुख कार्यक्रम भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) 14 से 27 नवंबर तक इन नए प्रदर्शनी हॉल में आयोजित किया जाएगा।

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Web Title: PM to launch Gatishakti scheme to boost infrastructure development

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