नई दिल्ली: बंगबंधु शेख मुजीबुर-रहमान की 100 वीं जयंती समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लेते हुए पीएम मोदी ने कहा शेख हसीना जी ने मुझे इस ऐतिहासिक समारोह का हिस्सा बनने के लिए व्यक्तिगत तौर पर निमंत्रण दिया था। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से ये संभव नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि बंगबंधु शेख मुजीबुर-रहमान पिछली सदी के महान व्यक्तित्वों में से एक थे। उनका जीवन हमारे लिए प्रेरणा है। आज मुझे बहुत खुशी होती है, जब देखता हूं कि बांग्लादेश के लोग, किस तरह दिन-रात अपने प्यारे देश को शेख मुजीबुर-रहमान के सपनों का ‘शोनार-बांग्ला’ बनाने में जुटे हुए हैं।
पीएम ने कहा कि एक दमनकारी, अत्याचारी शासन ने, लोकतांत्रिक मूल्यों को नकारने वाली व्यवस्था ने, किस तरह बांग्ला भूमि के साथ अन्याय किया, उसके लोगों को तबाह किया, ये हम सभी भली-भांति जानते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि उस दौर में जो तबाही मचाई गई थी, जो नरसंहार हुआ, उससे बांग्लादेश को बाहर निकालने के लिए, एक पॉजिटिव और प्रगतिशील समाज के निर्माण के लिए उन्होंने अपना पल-पल समर्पित कर दिया था।