प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 73वें स्वतंत्रता दिवस पर बृहस्पतिवार को लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा तथा तीन रंगों वाला साफा पहने मोदी जब समारोह स्थल पर पहुंचे तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण किया। लाल किले पर पहुंचने से पहले मोदी राजघाट गए और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद राष्ट्र को संबोधित करत हुए पीएम मोदी ने अपनी दूसरी पारी में 10 हफ्तों में किए कार्यों का उल्लेख किया। पीएम मोदी ने कहा, हमारी मुस्लिम बेटियों के सिर पर 3 तलाक की तलवार लटकी हुई थी। वे डरी हुई जिंदगी जीती थी। वे कभी भी तीन तलाक का शिकार हो सकती हैं, यह भय उनको जीने नहीं देता था। कई इस्लामिक देशों ने इस कुप्रथा को हमसे कई पहले खत्म कर दिया था। कई कारणों से मुस्लिम माताओं-बहनों को हक देने से हम हिचकिचाते थे।
उन्होंने कहा, अगर हम बाल विवाह, सती प्रथा, दहेज प्रथा के खिलाफ कठोर कदम उठा सकते हैं, तो क्यों न हम तीन तलाक के खिलाफ भी आवाज उठाएं। इसलिए भारतीय संविधान की भावना का आदर करते हुए मुस्लिम महिलाओं को समान अधिकार मिले, हमने इस महत्वपूर्ण फैसले को लिया। यह निर्णय राजीतिक तराजू से तौलने का निर्णय नहीं होते हैं। इस सरकार की पहचान है, हम समस्या को टालते और पालते नहीं हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हमने समस्याओं को जड़ से खत्म किया, मुस्लिम महिलाएं डरी हुई जिंदगी जीती थीं। कभी भी तीन तलाक का शिकार हो सकती हैं, यह भय उन्हें जीने नहीं देता था।