गंगा घाट की सीढ़ियों पर फिसला पीएम मोदी का पैर, लड़खड़ाकर गिर पड़े, देखिए वीडियो
By स्वाति सिंह | Published: December 14, 2019 06:21 PM2019-12-14T18:21:25+5:302019-12-14T18:47:19+5:30
प्रधानमंत्री अटल घाट पहुंचे और मां गंगा को नमन किया। इसके बाद बोट में सवार होकर गंगा में यात्रा शुरू करके अविरलता और निर्मलता का जायजा लिया । गंगा बैराज की सीढ़ियों पर चढ़ते समय प्रधानमंत्री मोदी अचानक फिसल गये ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को गंगा घाट की सीढ़ियों पर फिसलकर गिर गए। इसके बाद से यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। शनिवार को चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय गंगा परिषद् की पहली बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमामि गंगे परियोजना पर मंथन किया। उन्होंने राष्ट्रीय कायाकल्प, संरक्षण और प्रबंधन की बैठक की अध्यक्षता की। करीब दो घंटे की लंबी बैठक में नमामि गंगे के अगले चरण और नए एक्शन प्लान को लेकर विमर्श के साथ ही कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक के बाद मोदी ने अटल घाट पहुंचकर स्टीमर के जरिए गंगा की सफाई का निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री अटल घाट पहुंचे और मां गंगा को नमन किया। इसके बाद बोट में सवार होकर गंगा में यात्रा शुरू करके अविरलता और निर्मलता का जायजा लिया । गंगा बैराज की सीढ़ियों पर चढ़ते समय प्रधानमंत्री मोदी का पैर अचानक फिसल गया और वो लड़खड़ाकर गिर पड़े। साथ चल रहे सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें संभाला।
यहां देखें :- सीढ़ियों से ऐसे गिरे पीएम मोदी, देखें तस्वीरें
PM #Modi falls down the stairs in at Atal ghat in U.P's Kanpur.
— Sunil kumar (@TweetsOfSunil) December 14, 2019
He fell down on the stairs of #AtalGhat after he returned to the shore after taking a boat ride scheduled to inspect the cleanliness of the river #Ganga under the #NamamiGange Project. pic.twitter.com/UjvqVn6DYi
गंगा परिषद् की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी हिस्सा लिया। इस दौरान केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद रहे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष विमान से शनिवार सुबह कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट पर उतरे, जहां उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों तथा केंद्रीय मंत्रियों ने उनका स्वागत किया।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि ''प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में गंगा स्वच्छता का सांस्कृतिक यज्ञ चल रहा है। आज 'राष्ट्रीय गंगा परिषद' आगे की नीति-रणनीति पर विचार कर रही है।'' उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ''वह दिन अब दूर नहीं कि जब गंगोत्री से बंगाल की खाड़ी तक, हर जगह माँ गंगा निर्मल, अविरल, निर्झर होंगी।काशी हो, प्रयाग हो या कानपुर हर कहीं गंगाजल आचमन योग्य होगा।
'नमामि गंगे' परियोजना के माध्यम से हर भारतीय का यह स्वप्न पूरा होगा।'' प्रधानमंत्री चकेरी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद हेलीकॉप्टर से चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय :सीएसएयू: पहुंचे। इसके बाद उन्होंने नमामि गंगे मिशन के तहत लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
प्रधानमंत्री की मौजूदगी में राष्ट्रीय गंगा परिषद् की बैठक दोपहर बाद खत्म हुई। बैठक में पांच राज्यों यूपी, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में गंगा की स्थिति को लेकर मंथन किया गया । प्रधानमंत्री ने इन प्रदेशों में गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के लिए अभी तक जो भी कार्य हुए हैं, उनकी समीक्षा की। गंगा काउंसिल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री गंगा बैराज स्थित अटल घाट पहुंचे। मोदी की यात्रा को लेकर वहां कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
सीएसएयू और गंगा बैराज के आसपास के गेस्ट हाउस में एक दिन के लिए शादी समारोह एवं अन्य कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। ट्रैफिक बंदिशों के चलते इन इलाकों के कई स्कूलों में छुट्टी का भी ऐलान किया गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री की इस यात्रा पर कटाक्ष किया ।
उन्होंने कहा कि ''सुना है प्रधान जी गंगा की स्वच्छता व प्रदूषण मुक्ति के लिए कानपुर में बड़ी बैठक कर रहे हैं। वहाँ निरीक्षण के समय फिर से गंगा में गिरनेवाले नालों का मुख मोड़कर ‘नक़ली सफ़ाई’ को झूठ का चश्मा पहनाया जाएगा। सलाह है कि प्रधान जी पहले भ्रष्टाचार का गोमुख साफ़ करें, तब कानपुर पहुँचें।''
प्रधानमंत्री के सीएसएयू पहुंचने के बाद सपा नेता कंपनी बाग चौराहे पर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। इस पर भाजपा नेता व कार्यकर्ता भी आ गए। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी के बाद धक्का मुक्की शुरू हो गई। ड्यूटी पर तैनात पुलिस ने बैरिकेडिंग पर रोकने का प्रयास किया। विवाद बढ़ता देख उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार ने भाजपा कार्यकर्ताओं को समझा कर पीछे किया।
(भाषा इनपुट के साथ)