मेरी मां को राजद-कांग्रेस के मंच से भद्दी-भद्दी गालियां दीं?, पीएम मोदी बोले-उस मां को राजनीति से कोई लेना-देना नहीं, जिसका शरीर भी नहीं है..., देखिए वीडियो
By एस पी सिन्हा | Updated: September 2, 2025 15:22 IST2025-09-02T15:20:51+5:302025-09-02T15:22:26+5:30
देश और बिहार की सत्ता इन्हें अपने खानदान की विरासत लगती है। लेकिन देश की जनता जनार्दन ने एक गरीब मां के कामदार बेटे को आशीर्वाद देकर प्रधानसेवक बना दिया।

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पटनाः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को सस्ती ब्याज दरों पर धन उपलब्ध कराने के लिए ‘बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड’ का मंगलवार को डिजिटल माध्यम से उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने राजद-कांग्रेस पर हमला किया। कहा कि मैंने हर दिन, हर क्षण अपने देश के लिए पूरी मेहनत से काम किया है और इसमें मेरी मां की बहुत बड़ी भूमिका रही है। मुझे मां भारती की सेवा करनी थी, इसलिए मुझे जन्म देने वाली मेरी मां ने मुझे अपने दायित्वों से मुक्त कर दिया था। मेरी उस मां को, जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, जिसका शरीर भी अब नहीं है... मेरी उस मां को RJD-कांग्रेस के मंच से भद्दी-भद्दी गालियां दी गई। ये बहुत ही दु:ख, कष्ट और पीड़ा देने वाला है। गरीब मां की तपस्या, बेटे की पीड़ा, शाही खानदानों में पैदा हुए युवराज नहीं समझ सकते।
बिहार में कुछ दिनों पहले जो हुआ... उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी।
— BJP (@BJP4India) September 2, 2025
बिहार में RJD-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं...
ये गालियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं है... ये देश की मां-बहन-बेटी का अपमान है।
मुझे पता है कि आप सबको भी ये देखकर और सुनकर कितना बुरा लगा है।… pic.twitter.com/lpPXTD8DgF
एक गरीब मां की तपस्या, उसके बेटे की पीड़ा, ये शाही खानदानों में पैदा हुए युवराज नहीं समझ सकते।
ये नामदार लोग तो सोने-चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। देश और बिहार की सत्ता इन्हें अपने खानदान की विरासत लगती है।
लेकिन देश की जनता जनार्दन ने एक गरीब मां के कामदार बेटे को आशीर्वाद… pic.twitter.com/kCfz3Uw2yg— BJP (@BJP4India) September 2, 2025
ये नामदार लोग तो सोने-चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। देश और बिहार की सत्ता इन्हें अपने खानदान की विरासत लगती है। लेकिन देश की जनता जनार्दन ने एक गरीब मां के कामदार बेटे को आशीर्वाद देकर प्रधानसेवक बना दिया। ये बात नामदारों को पच नहीं रही है। कोई पिछड़ा, अति-पिछड़ा आगे बढ़ जाए, ये कांग्रेस को तो कभी बर्दाश्त नहीं हुआ है।
RJD और कांग्रेस वालों से आपको जवाब मांगना चाहिए।
— BJP (@BJP4India) September 2, 2025
हर गली-मोहल्ले से एक ही आवाज आनी चाहिए -
मां को गाली... नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे...
इज्जत पर वार... नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे...
RJD का अत्याचार... नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे...
कांग्रेस का वार...नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे...… pic.twitter.com/Dbr8MKlqXN
बिहार में कुछ दिनों पहले जो हुआ... उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी। बिहार में RJD-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं... ये गालियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं है... ये देश की मां-बहन-बेटी का अपमान है। मुझे पता है कि आप सबको भी ये देखकर और सुनकर कितना बुरा लगा है। मैं जानता हूं कि इसकी जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ मेरे बिहार के लोगों को भी है।
मैंने हर दिन, हर क्षण अपने देश के लिए पूरी मेहनत से काम किया है और इसमें मेरी मां की बहुत बड़ी भूमिका रही है।
— BJP (@BJP4India) September 2, 2025
मुझे मां भारती की सेवा करनी थी, इसलिए मुझे जन्म देने वाली मेरी मां ने मुझे अपने दायित्वों से मुक्त कर दिया था।
मेरी उस मां को, जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है,… pic.twitter.com/Jm96E01Dxm
हर गली-मोहल्ले से एक ही आवाज आनी चाहिए - मां को गाली... नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे... इज्जत पर वार... नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे... RJD का अत्याचार... नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे... कांग्रेस का वार...नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे... मां का अपमान... नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे।
प्रधानमंत्री ने स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी बिहार की महिलाओं के लिए सहकारिता संस्था का उद्घाटन किया
मोदी ने दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान संस्था के बैंक खाते में 105 करोड़ रुपये भी हस्तांतरित किए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा तथा राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस कार्यक्रम में शामिल हुए। मोदी ने कहा कि यह नयी सहकारी संस्था बिहार में स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं के उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार ने हमेशा महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए काम किया है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘‘इस सहकारी संस्था की स्थापना का उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को किफायती ब्याज दरों पर आसानी से ऋण उपलब्ध कराना है। जीविका के सभी पंजीकृत क्लस्टर-स्तरीय संघ इस संस्था के सदस्य बनेंगे। बिहार सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी संस्था के संचालन के लिए धनराशि में योगदान करेगी।’’
इसमें कहा गया कि पिछले कुछ वर्षों में जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं में उद्यमिता का विकास हुआ है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कई लघु उद्यमों और उत्पादक कंपनियों की स्थापना हुई है। बयान में कहा गया, ‘‘महिला उद्यमियों को हालांकि अक्सर 18 प्रतिशत से 24 प्रतिशत तक की ऊंची ब्याज दरें वसूलने वाले सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भर रहना पड़ता है।
जीविका निधि को सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भरता कम करने और कम ब्याज दरों पर समय पर बड़ी ऋण राशि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक वैकल्पिक वित्तीय प्रणाली के रूप में बनाया गया है।’’ इसमें कहा गया, ‘‘यह प्रणाली पूरी तरह से एक डिजिटल मंच पर काम करेगी, जिससे जीविका दीदियों के बैंक खातों में सीधे और तेजी से पारदर्शी धन हस्तांतरण सुनिश्चित होगा।
इसे सुविधाजनक बनाने के लिए 12,000 सामुदायिक कार्यकर्ताओं को टैबलेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं।’’ बयान में कहा गया है कि इस पहल से ग्रामीण महिलाओं के बीच उद्यमिता को बढ़ावा मिलने और समुदाय-आधारित उद्यमों के विकास में तेजी आने की उम्मीद है। पूरे बिहार से लगभग 20 लाख महिलाओं ने इस उद्घाटन कार्यक्रम को देखा।