पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को यहां राजभवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय हुई जब शहर भर में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर प्रदर्शन जारी हैं। बैठक के एजेंडे का खुलासा नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री के शहर के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचने के कुछ ही समय बाद दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही यह मुलाकात हुई।
यह बैठक तब हो रही है जब नया नागरिकता कानून प्रदेश में गतिरोध का नया बिंदु बनकर उभरा है। तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी जहां इसके कट्टर विरोध में हैं वहीं भाजपा इसे लागू करने के लिये दबाव बना रही है। प्रधानमंत्री मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत शनिवार और रविवार को कोलकाता में होंगे व इस दौरान वह 12 जनवरी को कोलकाता बंदरगाह न्यास की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोह व अन्य कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
अपनी यात्रा के दौरान मोदी कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट के समारोह में भाग लेंगे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी के साथ बैठक करेंगे। तय कार्यक्रमों में भाग लेने के अलावा प्रधानमंत्री शनिवार की शाम राजभवन में ममता बनर्जी के साथ एक बैठक करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री बनर्जी रविवार को नेताजी इनडोर स्टेडियम में एक कार्यक्रम में मंच साझा करेंगे।
युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता कोलकाता हवाई अड्डे के बाहर एकत्र हुए और मोदी के खिलाफ नारेबाजी की तथा मांग की कि उन्हें शहर में उतरने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। एसएफआई के कार्यकर्ता यादवपुर विश्वविद्यालय, गोलपार्क, कॉलेज स्ट्रीट, हातीबगान और एस्प्लेनेड के पास हाथों में पोस्टर लेकर जमा हुए जिन पर ‘फासीवाद के खिलाफ छात्र’ जैसे नारे लिखे हुए थे।
उधर, सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई और वाममोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शनिवार से शुरु होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो दिवसीय यात्रा से पहले पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के खिलाफ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिए हैं। तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई टीएमसीपी ने कोलकाता में रानी रासमणि मार्ग पर सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ अपना ‘धरना’ शुरू किया।