PM Narendra Modi Interview: अचानक ऐसा क्या हुआ कि हिंदू कार्ड, मंगलसूत्र और पाकिस्तान के मुद्दे प्रचार में छा गए? पीएम मोदी ने दिया जवाब
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: May 12, 2024 11:01 IST2024-05-12T10:59:53+5:302024-05-12T11:01:18+5:30
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमत ग्रुप को खास इंटरव्यू दिया। इस खास साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजनीति, विकसित भारत के लिए सरकार का लक्ष्य और चुनाव प्रचार में उठाए जा रहे मुद्दों को लेकर भी प्रश्न पूछे गए। पढ़िए इन सवालों का पीएम मोदी ने क्या जवाब दिया।

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमत ग्रुप को खास इंटरव्यू दिया
PM Narendra Modi Interview: लोकसभा चुनाव 2024 सात चरणों में संपन्न होना है। इसमें से तीन चरण सफलतापूर्वक हो चुके हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्ष अपने-अपने वादों और इरादों के साथ जीत का दावा कर रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 साल के लगातार दो कार्यकाल को पूरा करने बाद एक बार फिर जनता से तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश मांग रहे हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमत ग्रुप को खास इंटरव्यू दिया। लोकमत समूह के सह-प्रबंध निदेशक और संपादकीय निदेशक ऋषि दर्डा, समूह संपादक विजय बाविस्कर, मुंबई संस्करण के संपादक अतुल कुलकर्णी और लोकमत के वीडियो संपादक आशीष जाधव ने प्रधानमंत्री से कई मुद्दों पर बात की। यह साक्षात्कार प्रधानमंत्री आवास पर आयोजित किया गया था...
इस खास साक्षात्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजनीति, विकसित भारत के लिए सरकार का लक्ष्य और चुनाव प्रचार में उठाए जा रहे मुद्दों को लेकर भी प्रश्न पूछे गए। पढ़िए इन सवालों का पीएम मोदी ने क्या जवाब दिया।
सवाल- लोकसभा चुनाव के पहले चरण में विकास हा मुद्दा था लेकिन, अचानक ऐसा क्या हुआ कि हिंदू कार्ड, मंगलसूत्र और पाकिस्तान के मुद्दे प्रचार में छा गए?
जवाब- जैसे कि मैंने पहले कहा, यदि आप मेरे भाषणों का बारीकी से अध्ययन करेंगे तो पता चलेगा कि मेरा जोर यही बताने पर होता है कि सत्ता में रहते हुए हमने क्या अच्छे काम किए हैं। लेकिन मीडिया को इन मुद्दों की नहीं, बल्कि मंगलसूत्र और पाकिस्तान के मुद्दे में अधिक रुचि है। कांग्रेस और ‘इंडिया’ गठबंधन को लेकर मेरे भाषणों के दौरान मुद्दों को सनसनीखेज बनाकर हेडलाइन देना मीडिया को अच्छा लगता है। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि मुझे कांग्रेस से घोषणापत्र के उस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए या नहीं, जिसमें उन्होंने लोगों की संपत्ति का सर्वेक्षण कर अधिक संपत्ति वालों से संपत्ति छीनकर अन्य को बांटने का जिक्र किया है। पाकिस्तान की सरकार के प्रभावी लोगों का कांग्रेस को समर्थन है, यह बात मुझे जनता के सामने लानी चाहिए या नहीं? कांग्रेस यदि संविधान को दरकिनार कर धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहती है तो मुझे इस पर बोलना चाहिए या नहीं ?
सवाल- आप कांग्रेस के घोषणापत्र पर लगातार हमला क्यों कर रहे हैं?
जवाब- आपने कांग्रेस का घोषणापत्र देखा है ना? उसमें अनेक घातक विचार रखे गए हैं। आपको कांग्रेस के तुष्टीकरण का इतिहास पता है। आपने देखा कि कांग्रेस के शहजादे कैसे माओवादियों की भाषा बोल रहे हैं। इसलिए इन सभी मुद्दों की ओर इशारा करना, उनकी कमियां उजागर करना, यह मीडिया का कर्तव्य नहीं है क्या?
सवाल- विपक्ष कह रहा है कि अगर भाजपा सत्ता में आई तो संविधान बदल देगी, आप समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रचार के दौरान इस मुद्दे को झुठलाने की कोशिश की है। लेकिन, विपक्षी दल लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है। ऐसा क्यों?
जवाब- एक बात ध्यान रखें कि मोदी आज जो भी हैं सिर्फ और सिर्फ बाबासाहब के संविधान की वजह से हैं। ऐसा सशक्त और सक्षमकारक संविधान व लोकतंत्र के सिवाय मेरे जैसा सामान्य कार्यकर्ता प्रधानमंत्री पद तक पहुंच ही नहीं सकता। यह सब अपने संविधान की उपलब्धि है। इसलिए यदि आप इसे तर्क के चश्मे से देखें, तो संविधान और लोकतंत्र की पवित्रता की रक्षा करना मेरे अपने हित में है, जो मैं ईमानदारी से कर रहा हूं. क्या आपने सोचा है कि हमारे संविधान और लोकतंत्र का उल्लंघन किसके कार्यकाल में ज्यादा हुआ? ये सारे पाप कांग्रेस के कार्यकाल में ही ज्यादा पैमाने पर हुए हैं। बिना किसी रोक-टोक के राज्य सरकारों को बर्खास्त करने का सबसे ज्यादा काम कांग्रेस ने ही किया है। कांग्रेस के इतिहास में ऐसी घटनाओं को विफल करने के 100 उदाहरण मिल जाएंगे। कांग्रेस का इतिहास लोग भूले नहीं हैं। इसलिए कोई भी कांग्रेस या इंडी गठबंधन के इस प्रचार पर भरोसा करने को तैयार नहीं है।
सवाल- आप 2047 के विजन, पहले 100 दिनों की कार्ययोजना की बात करते हैं, वास्तव आपके मन में क्या है?
जवाब- जैसे आप सभी व्यक्तिगत जीवन में एक निश्चित लक्ष्य तय कर उस दिशा में कार्य करते हैं...ठीक वैसा ही मैं भी करता हूं। जिन्होंने मेरी कार्यशैली को करीब से देखा है, वे इससे परिचित हैं कि हमारी सरकार बनते ही मैंने पहले 100 दिनों में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। ठीक वैसे ही आने 5 वर्षों में भी हम उसी गति से काम करते रहें, इस दृष्टीकोण से कार्य नियोजन किया गया है। हमारा लक्ष्य भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था के तीसरे पायदान पर काबिज करना और इस स्तर के लिए विकसित करना है। इसी दृष्टीकोण से हमने पहले ही कार्य शुरू कर दिया है। 2047 के लिए हमने जो विकसित भारत का लक्ष्य रखा है, उसके लिए हम 7/24 काम करेंगे. प्रत्येक भारतीय की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मैं प्रत्येक क्षण कार्यरत हूं।