पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा को डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय बनने पर बधाई दी
By रुस्तम राणा | Updated: September 9, 2022 15:07 IST2022-09-09T15:06:57+5:302022-09-09T15:07:31+5:30
पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय एथलीट को बधाई देते हुए कहा, "नीरज चोपड़ा ने महान समर्पण और निरंतरता का प्रदर्शन किया है। उनकी बार-बार की सफलताओं से पता चलता है कि भारतीय एथलेटिक्स महान प्रगति कर रहा है।"

पीएम मोदी ने नीरज चोपड़ा को डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय बनने पर बधाई दी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय बनने पर बधाई दी है। पीएम मोदी ने भारतीय एथलीट को बधाई देते हुए कहा, उन्होंने अपने क्षेत्र में महान समर्पण और निरंतरता का प्रदर्शन किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा, उनकी बार-बार की सफलताओं से पता चलता है कि भारतीय एथलेटिक्स महान प्रगति कर रहा है।
पीएम मोदी ने ट्वीट करके भारतीय एथलीट को दी बधाई
शुक्रवार को उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा, "नीरज चोपड़ा को बधाई, प्रतिष्ठित डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय बनकर एक बार फिर इतिहास रचने के लिए। उन्होंने महान समर्पण और निरंतरता का प्रदर्शन किया है। उनकी बार-बार की सफलताओं से पता चलता है कि भारतीय एथलेटिक्स कितनी बड़ी प्रगति कर रहा है।"
Congratulations to @Neeraj_chopra1 for scripting history yet again by becoming the first Indian to win the prestigious Diamond League Trophy. He has demonstrated great dedication and consistency. His repeated successes show the great strides Indian athletics is making. pic.twitter.com/dlkXU77Xt5
— Narendra Modi (@narendramodi) September 9, 2022
ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल में चोपड़ा ने रचा इतिहास
भारतीय एथलीट ने गुरुवार को ज्यूरिख में डायमंड लीग फाइनल में पहला स्थान हासिल करते हुए इतिहास रच दिया है। नीरज चोपड़ा डायमंड लीग ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उन्होंने 88.44 मीटर भाला फेंक चेक गणराज्य के जैकब वादलेच्चो को पछाड़कर यह खिताब अपने नाम किया है। उन्होंने पांचवें प्रयास में 86.94 मीटर भाला फेंका। हरियाणा, पानीपत के 24 वर्षीय नीरज ने 2017 और 2018 में डायमंड लीग के फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था, लेकिन तब वह सातवें और चौथे स्थान पर रहे थे।