दिल्ली: विज्ञान भवन से पीएम मोदी का ऐलान, देशभर में खुलेंगे 1.5 लाख आयुष और वेलनेस सेंटर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 30, 2019 12:34 IST2019-08-30T12:28:56+5:302019-08-30T12:34:53+5:30
बता दें कि इन पुरस्कारों की घोषणा रांची में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर की गई थी। आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पिछले साल के दो विजेताओं को भी पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।

दिल्ली: विज्ञान भवन से पीएम मोदी का ऐलान, देशभर में खुलेंगे 1.5 लाख आयुष और वेलनेस सेंटर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज (30 अगस्त) को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में योग के संवर्धन और विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार प्रदान किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब हम देश में 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल रहे हैं, तो आयुष को भी हम भूले नहीं हैं।
देशभर में 12 हज़ार 500 आयुष सेंटर बनाने का हमारा लक्ष्य है। हमारी कोशिश है कि ऐसे 40 हजार आयुष सेंटर इसी साल हम तैयार कर दें। उन्होंने कहा कि आज मुझे योग के साधकों, योग की सेवा करने वालों और दुनिया भरा में योग का प्रचार प्रसार करने वाले साथियों और संगठनों को पुरस्कार देने का मौका मिला है। पुरस्कार पाने वाले साथियों को मैं बधाई देता हूं।
हमारे देश में परंपरा ऐसी बनी है कि बड़े-बड़े नाम जो टीवी पर चमकते हों या जो नेता कहे जाते हों, उन्हीं पर डाक टिकट बनते हैं। आयुर्वेद के लिए खप जाने वाले पर भी डाक टिकट बन सकते हैं क्या? यही तो बदलाव हुआ है हिंदुस्तान में। हमारे पास हज़ारों वर्षों पुराना लिटरेचर है, वेदों में गंभीर बिमारियों से जुड़ें इलाज की चर्चा है।
लेकिन दुर्भाग्य से हम अपनी पुरातन रिसर्च को आधुनिकता से जोड़ने में इतने सफल नहीं हो पाए और इसी स्थिति को बीतें 5 वर्षों में हमने लगातार बदलने का प्रयास किया है।
आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी के बाद 'सोवा - रिग्पा' AYUSH परिवार का छठा सदस्य हो गया है। इस Initiative के लिए मैं मंत्री जी और उनके विभाग को बहुत बहुत बधाई देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि आज आयुष पद्धिति को समृद्ध करने वाली 12 हस्तियों के सम्मान में डाक टिकट भी जारी हुए हैं। ये वो साथी हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों के उपचार में लगा दिया। किसी ने योग को माध्यम बनाया तो किसी ने आयुर्वेद को, किसी ने यूनानी से सेवा की तो किसी ने होम्योपैथी से।
बता दें कि इन पुरस्कारों की घोषणा रांची में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर की गई थी। आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पिछले साल के दो विजेताओं को भी पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री विद्वानों, चिकित्सकों और आयुष प्रणालियों से इलाज करने वालों के सम्मान में 12 स्मारक डाक टिकटें जारी करेंगे। इन स्मारक डाक टिकटों पर आयुष प्रणालियों के इन इलाज करने वालों के महान कार्यों पर प्रकाश डाला जाएगा ।
(भाषा न्यूज एजेंसी से इनपुट)