Mann ki Baat: चीन को करारा जवाब, भारत आंख में आंख डालकर जवाब देना जानता है, पढे़ं- पीएम मोदी के 'मन की बात' की 10 बड़ी बातें

By रामदीप मिश्रा | Updated: June 28, 2020 12:12 IST2020-06-28T12:06:38+5:302020-06-28T12:12:44+5:30

Mann ki Baat: पीएम मोदी ने कहा कि भारत में जहां एक तरफ़ बड़े-बड़े संकट आते गए, वहीं सभी बाधाओं को दूर करते हुए अनेकों-अनेक सृजन भी हुए। नए साहित्य रचे गए, नए अनुसंधान हुए, नए सिद्धांत गड़े गए,यानि संकट के दौरान भी हर क्षेत्र में सृजन की प्रक्रिया जारी रही और हमारी संस्कृति पुष्पित-पल्लवित होती रही।

PM Modi’s ‘Mann ki Baat’ 10 highlights, India Knows How to Maintain Friendships But Can Also Retaliate if Need Arises | Mann ki Baat: चीन को करारा जवाब, भारत आंख में आंख डालकर जवाब देना जानता है, पढे़ं- पीएम मोदी के 'मन की बात' की 10 बड़ी बातें

पीएम मोदी ने 66वीं बार देश से की 'मन की बात'। (फाइल फोटो)

Highlightsप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रेडियो पर 'मन की बात' कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। 'मन की बात' का यह 66वां एपिसोड था। पीएम मोदी ने कहा कि लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है।

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (28 जून) को रेडियो पर 'मन की बात' (Mann ki Baat) कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। 'मन की बात' का यह 66वां एपिसोड था। इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना वायरस और लद्दाख में जारी गतिरोध को लेकर आमजन से बातचीत की है। पीएम मोदी ने बताया है कि भारत में जहां एक तरफ़ बड़े-बड़े संकट आते गए, वहीं सभी बाधाओं को दूर करते हुए अनेकों-अनेक सृजन भी हुए हैं। 

1- अभी कुछ दिन पहले, देश के पूर्वी छोर पर साइक्लोन अम्फान आया, तो पश्चिमी छोर पर साइक्लोन निसर्ग  आया। कितने ही राज्यों में हमारे किसान भाई–बहन टिड्डी दल के हमले से परेशान हैं और कुछ नहीं, तो देश के कई हिस्सों में छोटे-छोटे भूकंप रुकने का ही नाम नहीं ले रहे। इन सबके बीच, हमारे कुछ पड़ोसियों द्वारा जो हो रहा है, देश उन चुनौतियों से भी निपट रहा है I वाकई, एक-साथ इनती आपदाएं, इस स्तर की आपदाएं, बहुत कम ही देखने-सुनने को मिलती हैं। 

2- भारत में जहां एक तरफ़ बड़े-बड़े संकट आते गए, वहीं सभी बाधाओं को दूर करते हुए अनेकों-अनेक सृजन भी हुए। नए साहित्य रचे गए, नए अनुसंधान हुए, नए सिद्धांत गड़े गए,यानि संकट के दौरान भी हर क्षेत्र में सृजन की प्रक्रिया जारी रही और हमारी संस्कृति पुष्पित-पल्लवित होती रही। भारत ने जिस तरह मुश्किल समय में दुनिया की मदद की, उसने आज शांति और विकास में भारत की भूमिका को और मज़बूत किया है। दुनिया ने भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है। अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के कमिटमेंट को देखा है। Image

3-लद्दाख में भारत की भूमि पर, आंख उठाकर देखने वालों को, करारा जवाब मिला है। भारत, मित्रता निभाना जानता है, तो, आँख-में-आँख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है। लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है, श्रद्धांजलि दे रहा है। पूरा देश उनका कृतज्ञ है, उनके सामने नत-मस्तक है। इन साथियों के परिवारों की तरह ही, हर भारतीय, इन्हें खोने का दर्द भी अनुभव कर रहा है। 

4- बिहार के रहने वाले शहीद कुंदन कुमार के पिताजी के शब्द तो कानों में गूँज रहे हैं। वो कह रहे थे, अपने पोतों को भी, देश की रक्षा के लिए, सेना में भेजूंगा। यही हौंसला हर शहीद के परिवार का है। वास्तव में, इन परिजनों का त्याग पूजनीय है। भारत-माता की रक्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने बलिदान दिया है, उसी संकल्प को हमें भी जीवन का ध्येय बनाना है, हर देश-वासी को बनाना है। हमारा हर प्रयास इसी दिशा में होना चाहिए, जिससे, सीमाओं की रक्षा के लिए देश की ताकत बढ़े, देश और अधिक सक्षम बने, देश आत्मनिर्भर बने यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी। Image

5- कोई भी मिशन जन-भागीदारी के बिना पूरा नहीं हो सकता है। इसीलिए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक नागरिक के तौर पर हम सबका संकल्प, समर्पण और सहयोग बहुत जरूरी है। आप लोकल खरीदेंगे, लोकल के लिए वोकल होंगे। ये भी एक तरह से देश की सेवा ही है। भारत का संकल्प है - भारत के स्वाभिमान और संप्रभुता की रक्षा। भारत का लक्ष्य है – आत्मनिर्भर भारत। भारत की परंपरा है – भरोसा, मित्रता। भारत का भाव है – बंधुता। हम इन्हीं आदर्शों के साथ आगे बढ़ते रहेंगे।

6- लॉकडाउन से ज्यादा सतर्कता हमें अनलॉक के दौरान बरतनी है। इस बात को हमेशा याद रखिए कि अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं, दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं, या फिर, दूसरी जरुरी सावधानियां नहीं बरतते हैं, तो, आप अपने साथ-साथ दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं।

7- कोरोना के संकट काल में देश लॉकडाउन से बाहर निकल आया है। अब हम अनलॉक के दौर में हैं। अनलॉक के इस समय में, दो बातों पर बहुत फोकस करना है। कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, उसे ताकत देना। अनलॉक के दौर में बहुत सी ऐसी चीजें भी अनलॉक हो रही हैं, जिनमें भारत दशकों से बंधा हुआ था। वर्षों से हमारा माइनिंग सेक्टर लॉकडाउन में था। कॉमर्शियल ऑक्शन को मंजूरी देने के एक निर्णय ने स्थिति को पूरी तरह से बदल दिया है। Image

8- इन सब बातों के बीच हमें ये भी ध्यान रखना है कि मानसून के सीजन में कई बीमारियां भी आती हैं। कोरोना काल में हमें इनसे भी बचकर रहना है। आर्युवेदिक औषधियां, काढ़ा, गर्म पानी, इन सबका इस्तेमाल करते रहिए, स्वस्थ रहिए। 

9- अपने कृषि क्षेत्र को देखें, तो, इस सेक्टर में भी बहुत सारी चीजें दशकों से लॉकडाउन में फंसी थीं। इस सेक्टर को भी अब अनलॉक कर दिया गया है । इससे जहां एक तरफ किसानों को अपनी फसल कहीं पर भी, किसी को भी, बेचने की आजादी मिली है। वहीं, दूसरी तरफ, उन्हें अधिक ऋण मिलना भी सुनिश्चित हुआ है, ऐसे, अनेक क्षेत्र हैं जहां हमारा देश इन सब संकटों के बीच, ऐतिहासिक निर्णय लेकर, विकास के नये रास्ते खोल रहा है।Image

10- हमारी युवा पीढ़ी के लिए भी, हमारे स्टार्ट-अप्स के लिए भी, यहाँ, एक नया अवसर है, और, मजबूत अवसर है। हम भारत के पारम्परिक इंडोर गेम्स को नये और आकर्षक रूप में प्रस्तुत करें। मेरे बाल-सखा मित्रों, हर घर के बच्चों से, मेरे नन्हें साथियों से भी, आज, मैं एक विशेष आग्रह करता हूं। जब थोड़ा समय मिले, तो, माता-पिता से पूछकर मोबाइल उठाइए और अपने दादा-दादी, नाना-नानी या घर में जो भी बुर्जुर्ग है, उनका इंटरव्यू रिकॉर्ड कीजिए, अपने मोबाइल फ़ोन में रिकॉर्ड करिए।

Web Title: PM Modi’s ‘Mann ki Baat’ 10 highlights, India Knows How to Maintain Friendships But Can Also Retaliate if Need Arises

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