भारत के औषधि नियामक ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीके ‘कोविशील्ड’ और भारत बायोटेक के स्वदेश में विकसित टीके ‘कोवैक्सीन’ के देश में सीमित आपात इस्तेमाल को रविवार को मंजूरी दे दी है। इससे आने वाले दिनों में भारत में कम से कम दो टीकों के जारी होने का रास्ता साफ हो गया है।
DCGI ने प्रदान की मंजूरी
केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) की अनुशंसा के आधार पर भारत के औषध महानियंत्रक (DCGI ) ने यह मंजूरी प्रदान की है।
पीएम मोदी ने देशवासियों को ट्वीट कर कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिलने पर बधाई दी है...
पीएम मोदी ने बैक टू बैक तीन ट्वीट किए हैं। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा, ''डीसीजीआई का कदम भारत की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बेहद अहम साबित होगा। 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सीन' से देश को कोरोना मुक्त बनाने में मदद मिलेगी। वैक्सीन बनाने में जुटे सभी वैज्ञानिकों को धन्यवाद।''
दूसरे ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा, ''देश के नागरिकों के लिए गर्व की बात है कि जिन दोनों वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है उनका निर्माण भारत में ही हुआ है। यह दर्शाता है कि आत्मनिर्भर भारत बनाने की मुहिम में देश के वैज्ञानिक कितनी मेहनत कर रहे हैं।''
पीएम मोदी ने आगे लिखा, ''हम डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ, वैज्ञानिक, पुलिस, सफाई कर्मचारी और सभी कोविड युद्धाओं के शुक्रगुजार हैं। कोविड युद्धाओं ने बेहद ही मुश्किल हालात में शानदार काम किया है। लोगों की जान बचाने के लिए हम हमेशा उनके कर्जदार रहेंगे।"
दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने ‘कोविशील्ड’ के उत्पादन के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की है। भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ मिलकर ‘कोवैक्सीन’ का विकास किया है।