PM मोदी के बोल, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अफ्रीका के साथ सहयोग को मजबूत करेगा भारत
By भाषा | Updated: July 25, 2018 16:21 IST2018-07-25T16:21:49+5:302018-07-25T16:21:49+5:30
युगांडा की संसद को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अफ्रीका के साथ भारत के संबंध 10 सिद्धांतों से निर्देशित होते रहेंगे। मोदी ने कहा कि भारत को अफ्रीका का सहयोगी होने पर गर्व है और इस मामले में युगांडा अफ्रीकी महाद्वीप में विशेष महत्व रखता है।

PM मोदी के बोल, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अफ्रीका के साथ सहयोग को मजबूत करेगा भारत
कम्पाला, 25 जुलाई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई में भारत अफ्रीका के साथ अपने सहयोग और आपसी क्षमता को मजबूत बनाएगा।
युगांडा की संसद को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अफ्रीका के साथ भारत के संबंध 10 सिद्धांतों से निर्देशित होते रहेंगे। मोदी ने कहा कि भारत को अफ्रीका का सहयोगी होने पर गर्व है और इस मामले में युगांडा अफ्रीकी महाद्वीप में विशेष महत्व रखता है।
पहली बार भारत का कोई प्रधानमंत्री युगांडा की संसद को संबोधित कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत की प्राथमिकताओं में अफ्रीका शीर्ष पर रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम अफ्रीका के साथ अपने संबंधों को प्रगाढ़ बनाएंगे। जैसा कि हमने प्रदर्शित किया है, यह निरंतर और नियमित रहेगा।
मोदी ने कहा कि भारत युगांडा के जिन्जा में उस पवित्र स्थल पर ‘गांधी विरासत केन्द्र’ का निर्माण करेगा, जहां फिलहाल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित है। उन्होंने कहा, ‘‘युगांडा और भारत को एक साथ जोड़ने वाले विभिन्न धागों में एक धागा दोनों देशों की जनता है। प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी साझेदारी में अभी 40 से ज्यादा अफ्रीकी देशों में तकरीबन 11 अरब डॉलर की 180 ऋण सुविधाओं को लागू करना शामिल है।
वहीं, दो दिन की यात्रा पर आज शाम पहुंचे मोदी ने राष्ट्रपति मुसेवेनी के साथ अकेले में मुलाकात की और उसके बाद द्विपक्षीय रिश्तों की सभी पहलुओं पर समीक्षा को लेकर दोनों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई।
प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने रक्षा सहयोग, आधिकारिक तथा राजनयिक पासपोर्टधारकों के लिये वीजा से छूट, सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम तथा सामग्री प्रशिक्षण प्रयोगशाला के क्षेत्रों में सहमति पत्रों पर दस्तखत किये।
संयुक्त बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने ऊर्जा बुनियादी ढांचा, कृषि तथा डेयरी क्षेत्रों के लिए करीब 20 करोड़ डालर की दो कर्ज सुविधाओं की घोषणा की। मोदी ने दोनों देशों के पारस्परिक संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि ये समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। मोदी ने कहा कि भारत युगांडा के साथ रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को तैयार है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और युगांडा को सैन्य प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना चाहिए। उन्होंने युगांडा के सैन्य बल एवं नागरिकों के उपयोग के लिये वाहन एवं एम्बुलेंस देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, बुनियादी ढांचा विकास, आईटी तथा विकास के लिये युगांडा की मदद करेगा।’’
पीएम मोदी ने इस अवसर कामपाला में कैंसर संस्थान को कैंसर थेरैपी मशीन उपलब्ध कराने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘इससे युगांडा के साथ-साथ अन्य अफ्रीकी देशों को मदद मिलेगी।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘युगांडा हमेशा से हमारे दिल के करीब रहा है और भविष्य में भी बना रहेगा। युगांडा के विकास में सहायता देने के लिये भारत हमेशा खड़ा रहेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम युगांडा का निरंतर समर्थन करते रहेंगे।’’
युगांडा के राष्ट्रपति को भारत का पुराना मित्र बताते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में 2007 में युगांडा की पहली यात्रा उनके जेहन में अब भी बनी हुई है। राष्ट्रपति मुसावेनी ने मोदी की सराहना करते हुए कहा कि सार्वजनिक मामलों में उनके व्यापार प्रबंधन रुख से भारत में काफी बदलाव आया।
उन्होंने कहा, ‘‘नौकरशाही की अराधना करने के बजाय उन्होंने कुशलता को आगे बढ़ाया और इससे भारत को तीव्र आर्थिक वृद्धि वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने में मदद मिली।’’ युगांडा को प्रमुख पर्यटक गंतव्य बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों के बीच पर्यटन क्षेत्र में सहयोग की काफी संभावना है।
उन्होंने देश में सिंचाई के लिये सौर ऊर्जा से चलने वाले वाटर पंपों के विनिर्माण और असेंबली के लिये भारतीय विशेषज्ञों से मदद मांगी। साथ ही उन्होंने देश में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिये सहायता की मांग की।