तमिलनाडु: सरकारी कार्यालय से जबरन हटाई गई पीएम मोदी की तस्वीर, मचा बवाल, देखें Video
By रुस्तम राणा | Updated: April 14, 2022 19:16 IST2022-04-14T19:06:40+5:302022-04-14T19:16:06+5:30
नगर पंचायत अध्यक्ष के पति को जब इस बात का पता चला कि दफ्तर में पीएम मोदी की फोटो लगी है तो उन्होंने दफ्तर आकर खूब हंगामा किया और पीएम मोदी की फोटो हटवा दी।

तमिलनाडु: सरकारी कार्यालय से जबरन हटाई गई पीएम मोदी की तस्वीर, मचा बवाल, देखें Video
चेन्नई: तमिलनाडु के तंजावुर जिले स्थित एक सरकारी कार्यालय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को जबरन हटवाया गया है। इससे संबंधित एक वीडियो वायरल हो रहा है। पंचायत कार्यालय से पीएम मोदी की तस्वीर हटाने को लेकर बीजेपी नेताओं ने ऐतराज जताया है।
वेप्पाथुर नगर पंचायत अध्यक्ष के पति ने जबरन हटवाई फोटो
दरअसल, खबर के मुताबिक ये बताया जा रहा है कि तंजाबुर जिले के वेप्पाथुर नगर पंचायत अध्यक्ष ने पंचायत दफ्तर में पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो लगा रखी थी। लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष के पति को जब इस बात का पता चला कि दफ्तर में पीएम मोदी की फोटो लगी है तो उन्होंने दफ्तर आकर खूब हंगामा किया और पीएम मोदी की फोटो हटवा दी।
तमिलनाडु बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख ने वीडियो को सोशल मीडिया पर किया शेयर
राज्य में बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष निर्मल कुमार ने ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। निर्मल कुमार ने लिखा, तंजावुर जिला, वेप्पाथुर नगर पंचायत अध्यक्ष को उनके पति मथियालगन ने पीएम मोदी की फोटो को सरकारी कार्यालय से हटाने के लिए मजबूर किया। केंद्रीय कार्यालय में कार्यरत इस मथियालगन ने नगर पालिका सचिव को भी चेतावनी दी थी कि वे सरकारी कार्यालयों में पीएम की तस्वीर न लगाएं।
Thanjavur District, Veppathur town panchayat President was forced by her husband Mathiyalagan to remove PM @narendramodi picture from govt office. This Mathiyalagan who is working staff in union office had also warned municipality secretary not to keep PM picture in govt offices. pic.twitter.com/O4WgGKi3ED
— CTR.Nirmal kumar (@CTR_Nirmalkumar) April 13, 2022
विवाद बढ़ने पर दोबारा से कार्यालय पर लगाई गई फोटो
हालांकि ऐसा बताया जा रहा है कि बाद में विवाद बढ़ने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर वापस से पंचायत दफ्तर की दीवार पर लगा दी गई है। इस पूरे विवाद पर राज्य सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं दिया। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर सियासत भी होने लगी है।