लाइव न्यूज़ :

प्रधानमंत्री मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी

By भाषा | Updated: November 15, 2021 13:17 IST

Open in App

नयी दिल्ली, 15 नवंबर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा को सोमवार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने झारखंड वासियों को भी शुभकामनाएं दीं। झारखंड राज्य की स्थापना वर्ष 2000 में बिरसा मुंडा की जयंती पर की गई थी।

मोदी ने कहा, ‘‘ झारखंड के सभी निवासियों को राज्य स्थापना दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। अपनी विशिष्ट संस्कृति के साथ ऐतिहासिक पहचान रखने वाली भगवान बिरसा मुंडा की यह धरती विकास यात्रा में आगे बढ़े, यही कामना है।’’

उन्होंने कहा कि मुंडा ने हमेशा आदिवासियों के अधिकारों के संरक्षण के लिए और स्वतंत्रता संग्राम को गति प्रदान करने के लिए संघर्ष किया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा कि बिरसा मुंडा के देश के लिए योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

बाद में प्रधानमंत्री ने संसद परिसर में मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

सरकार ने मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाने की घोषणा की है।

बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद मोदी मध्य प्रदेश के भोपाल में ‘जनजातीय गौरव दिवस महासम्मेलन’ में शामिल होने और आदिवासी समुदाय के लिए अनेक योजनाओं के उद्घाटन के लिए रवाना हो गए।

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ‘धरती आबा’ के नाम से प्रसिद्ध आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की स्मृति में रांची में बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उद्घाटन डिजिटल तरीके से किया।

प्रधानमंत्री ने डिजिटल माध्यम से एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि धरती आबा दुनिया में लंबे समय तक नहीं रहे, लेकिन उन्होंने देश के लिए पूरा एक इतिहास रच दिया और भारत की भावी पीढ़ियों को दिशा दे दी।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि संग्रहालय झारखंड राज्य सरकार के सहयोग से रांची के पुराने केंद्रीय कारावास में बनाया गया है, जहां बिरसा मुंडा ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह राष्ट्र और जनजातीय समुदायों के लिए उनके बलिदान को श्रद्धांजलि होगी।

पीएमओ के बयान के अनुसार, यह संग्रहालय बिरसा मुंडा के साथ, शहीद बुधु भगत, सिद्धू-कान्हू, नीलांबर-पीतांबर, दिवा-किसुन, तेलंगा खड़िया, गया मुंडा, जात्रा भगत, पोटो एच, भगीरथ मांझी और गंगा नारायण सिंह जैसे विभिन्न आंदोलनों से जुड़े अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में भी जानकारी प्रदर्शित करेगा।

संग्रहालय में मुंडा की 25 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी और यहां क्षेत्र के अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की नौ फुट ऊंची प्रतिमाएं होंगी।

केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने अभी तक 10 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों के निर्माण की मंजूरी दी है।

वर्ष 1875 में जन्मे मुंडा ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ आदिवासियों को संगठित किया था। रांची जेल में 1900 में उनका निधन हो गया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

पूजा पाठPanchang 09 December 2025: जानें आज कब से कब तक है राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का समय

पूजा पाठAaj Ka Rashifal 09 December 2025: आज मेष समेत इन 4 राशिवालों की किस्मत बुलंद, खुशखबरी मिलने की संभावना

कारोबारअंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निरोध दिवसः भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में जनभागीदारी

कारोबारIndiGo Flight Cancellations: खून का उबाल ठंडा हो जाने की बेबसी

क्रिकेटIND vs SA 1st T20I: टीम इंडिया का टी20 विश्व कप के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कटक की हार का सिलसिला खत्म करना है लक्ष्य

भारत अधिक खबरें

भारतGoa Nightclub Fire: आग लगने के कुछ घंटों बाद मालिक इंडिगो फ्लाइट से फुकेट भागा, हादसे में 25 लोगों की हुई मौत

भारतVIDEO: कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के आगे घुटने टेक दिए, पीएम मोदी...

भारतVIDEO: कांग्रेस महिला विरोधी है, अपशब्द बोलते रहते हैं, कंगना रनौत...

भारतVIDEO: नेहरू ने इसरो नहीं बनाया होता आपका मंगलयान ना होता, लोकसभा में प्रियंका गांधी

भारतनवजोत कौर सिद्धू को उनके विवादित बयान के कारण कांग्रेस पार्टी से किया गया सस्पेंड