पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद से लगातार दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। इस बीच बुधवार सुबह पाकिस्तान के लड़ाकू विमान ने एलओसी का उल्लंघन किया, जिसे भारतीय वायुसेना ने मार गिराया। इधर, दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को देखते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना प्रमुखों की बैठक बुलाई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एनएसए अजीत डोभाल की मौजूदगी में तीनों सेना प्रमुखों की हाईलेवल मीटिंग खत्म हो गई है। मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री के साथ बैठक में सेना प्रमुख बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख मार्शल बी एस धनोआ और नौसेना प्रमुख सुनील लांबा मौजूद थे।
इधर, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमारव ने जानकारी दी है कि भारत की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान एक्शन में दिखा है, जिसका भारती ने माकूल जवाब दिया है। पाकिस्तान का एक फ्याइटर प्लेन भारतीय वायुसेना ने मार गिराया। वहीं, उन्होंने पुष्टि की है कि भारत ने एक मिग 21 विमान को खोया है और हमारा एक पायलट लापता है। पाकिस्तान का दावा है कि वह उनके कब्जे में हैं। हम तथ्यों का पता लगा रहे हैं।
इससे पहले पाकिस्तान के डीजी आइएसपीआर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा था कि हमने अपनी क्षमता दिखाने के लिए 6 सुनसान जगहों पर टारगेट लॉक किए थे। लेकिन, उसी वक्त भारत के दो लड़ाकू विमान लाइन ऑफ कंट्रोल के पार करके दाखिल हो रहे थे। हमने उन्हें मार गिराया। इसमें एक भारतीय पायलट को गिरफ्तार किया गया है, जिसका नाम विंग कमांडर अभिनंदन कुमार बताया गया है।भारत का ये देश करेंगे समर्थन
वहीं, इमरान खान ने भारत से बातचीत को लेकर सवाल करते हुए कहा, 'क्या जो हथियार आपके और हमारे पास हैं उससे अनगिनत दिनों तक लड़ाई लड़ सकते हैं... क्या हमें इस बारे में सोचना नहीं चाहिए कि अगर यह स्थिति बढ़ती है तो किधर जाएगी... ये न तो मेरे नियंत्रण में होगी और न ही नरेंद्र मोदी के नियंत्रण में होगी। इसलिए मैं आपको (भारत) दावत देता हूं कि पुलवामा हमले को लेकर किसी भी किस्म की बातचीत करना चाहते हैं तो हम तैयार बैठे हैं। दहशतगर्दी पर बातचीत को लेकर हम तैयार हैं। हमें अपने मसले बैठकर बातचीत के जरिए हल करने चाहिए।'
पाक पीएम में ने पुलवामा हमले को लेकर कहा कि हमने भारत को इस मामले में किसी भी तरह की बातचीत करने का ऑफर दिया था और पूरा सहयोग करने का वादा किया था। लेकिन, उसने फिर भी एलओसी को पार किया। पाकिस्तान ने भारत में जो भी कार्रवाई की है उसकी मकसद केवल अपनी क्षमता दिखाना था।