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प्रधानमंत्री ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ समारोह की शुरुआत की, पदयात्रा को दिखाई हरी झंडी

By भाषा | Updated: March 12, 2021 14:18 IST

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अहमदाबाद, 12 मार्च प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को समर्पित ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ समारोह की शुक्रवार को शुरुआत की।

मोदी ने बताया कि 75वीं वर्षगांठ का समारोह 15 अगस्त 2023 तक चलेगा।

प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की दांडी यात्रा की तर्ज पर गुजरात के साबरमती आश्रम से पदयात्रा को हरी झंडी दिखाई।

अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से 81 लोगों ने पदयात्रा शुरू की लो 386 किमी दूर नवसारी के दांडी तक जाएगी। 25 दिन की इस पदयात्रा का समापन पांच अप्रैल को होगा।

महात्मा गांधी के नेतृत्व में ‘नमक सत्याग्रह’ की घोषणा करते हुए 78 लोगों ने 12 मार्च 1930 से दांडी यात्रा शुरू की थी।

अहमदाबाद हवाईअड्डे पर उतरने के बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से साबरमती आश्रम पहुंचे जहां उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की। वह आश्रम में स्थित आवास हृदयकुंज भी गए जहां गांधी 1918 से 1930 तक अपनी पत्नी कस्तूरबा के साथ रहे थे।

मोदी ने आगंतुक पुस्तिका में लिखा कि यह महोत्सव हमारे स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति श्रद्धांजलि है।

उन्होंने आगे लिखा, ‘‘साबरमती आश्रम आकर और बापू की प्रेरणा से राष्ट्र निर्माण का मेरा दृढ़ निश्चय और भी मजबूत हुआ है।’’

प्रधानमंत्री ने लिखा, ‘‘महात्मा गांधी ने आत्म निर्भरता और आत्म विश्वास का संदेश यहीं से दिया था।’’

उन्होंने लिखा कि आजादी का अमृत महोत्सव हमारे लोगों द्वारा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और स्वाधीनता संग्राम को श्रद्धांजलि है। इस समारोह के दौरान देश आजादी की लड़ाई के समय की न केवल सभी महत्वपूर्ण उपलब्धियों और महत्वपूर्ण कालखंड को याद करेगा बल्कि हमारे भविष्य के विकास के लिए नई ऊर्जा भी प्राप्त करेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि बापू के आर्शीवाद से हम भारतीय अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे और इस अमृत महोत्सव के दौरान तय किए लक्ष्यों को भी प्राप्त करेंगे।’’

इसके बाद मोदी आश्रम के निकट स्थित सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल पर गए।

कार्यक्रम की शुरुआत से पहले मोदी ने ट्वीट किया था, ‘‘आज साबरमती आश्रम से अमृत महोत्सव आरंभ हो रहा है, यहीं से दांडी मार्च की भी शुरुआत हुई थी। भारतीय लोगों में आत्मनिर्भरता तथा गौरव के भाव को बढ़ाने में मार्च की अहम भूमिका रही है। स्वदेशी के लिए मुखर होना (वोकलफॉरलोकल) बापू तथा हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों के लिए शानदार श्रद्धांजलि है।’’

मोदी ने लिखा, ‘‘किसी भी स्थानीय उत्पाद को खरीदें और हैशटैग वोकलफॉरलोकल का इस्तेमाल करते हुए सोशल मीडिया पर तस्वीर डालें। साबरमती आश्रम में मगन निवास के निकट एक चरखा लगाया जाएगा। आत्मनिर्भरता से जुड़े हर एक ट्वीट पर यह पूरा घूमेगा। यह जन अभियान का उत्प्रेरक बनेगा।’’

इस समारोह से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों की योजना और नीतियां बनाने के लिए केंद्र सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है।

समारोह की शुरुआत के वक्त गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत तथा मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद थे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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