Coronavirus: लॉकडाउन के कारण प्रयागराज में फंसे अस्थि विसर्जन, पिंड दान करने आएं लोग
By भाषा | Updated: April 10, 2020 20:43 IST2020-04-10T20:43:26+5:302020-04-10T20:43:26+5:30
प्रयागराज में दिवंगत व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए अस्थि विसर्जन और पिंडदान जैसे अंतिम संस्कारों के लिए आए लोग अब यहां कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से फंस गए हैं। ऐसे में लोग अपने घरों को वापस नहीं जा पा रहे हैं।

अस्थि विसर्जन, पिंड दान करने आए लोग लॉकडाउन के कारण प्रयागराज में फंसे! (प्रतीकात्मक तस्वीर)
प्रयागराज: दिवंगत व्यक्ति की आत्मा की शांति के लिए अस्थि विसर्जन और पिंडदान जैसे मृत्यु संस्कारों के लिए यहां आए लोग देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण प्रयागराज में फंस गए हैं। झारखंड से अस्थि विसर्जन करने यहां आए एक परिवार के लोग बंद के कारण यहीं फंस गए जिसके कारण उनके परिवार के अन्य लोगों ने उनके घर में 13वीं के भोज का आयोजन किया। झारखंड में बोकारो के रहने वाले कपिल देव महली ने बताया, 'अस्थि विसर्जन करने के अगले ही दिन बंद लागू हो गया जिसके कारण हम यहीं फंस गए। हमने परिवार के अन्य लोगों को फोन पर अस्थि विसर्जन की सूचना दी और उन्होंने वहां तेरहवीं के भोज का आयोजन किया।'
इसी तरह, असम के रांगिया से पिंडदान करने प्रयागराज आया 27 लोगों का समूह भी बंद के कारण यहां फंस गया है। रांगिया से आए सुनील राय ने बताया, 'हम गांव वापस जाकर लोगों को भोज देंगे। इस समय पूरे देश में संकट आया है, इसलिए हम भी मजबूर हैं। हालांकि हमारे तीर्थ पुरोहित ने हम सभी के रहने और खाने का पूरा इंतजाम कर रखा है और हमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है।' तीर्थ पुरोहित श्रवण कुमार शर्मा ने बताया कि जनता कर्फ्यू के बाद ही बड़ी संख्या में यजमान विमानों से अपने-अपने शहर चले गए थे, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर करीब 50 लोग ट्रेनें बंद होने के कारण वापस नहीं जा सके और उनके रहने-खाने की व्यवस्था तीर्थ पुरोहित कर रहे हैं।
इनमें असम, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के लोग शामिल हैं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे देश में लागू बंद ने अस्थि विसर्जन पर भी विराम लगा दिया है। कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू किए गए बंद के कारण सनातन हिंदू धर्म के लोग धैर्य का परिचय दे रहे हैं और उन्होंने अपने मृत परिजनों के अस्थि कलश बंद खुलने तक पेड़ों पर टांग दिए हैं। राधा कृष्ण निशान वाले झंडे के तीर्थ पुरोहित श्रवण कुमार शर्मा ने बताया कि भारत में अस्थि विसर्जन के लिए प्रयागराज का विशेष महत्व है और पंजाब, जम्मू कश्मीर, हरियाणा एवं पश्चिमी उत्तर प्रदेश को छोड़कर पूरे देश से लोग यहां अस्थि विसर्जन के लिए आते हैं।