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कश्मीर में लोगों ने नमाज अदा की, जम्मू में स्कूल व कॉलेजों के आज से खुलने की संभावना

By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: August 10, 2019 05:55 IST

कश्मीर के लोगों ने कई दिनों तक अपने-अपने घरों तक सीमित रहने के बाद अपनी नजदीकी मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा की।

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ठळक मुद्देअपने घर में ही बंद थे जिन्हें आज सुरक्षा कर्मियों ने बिना सवाल-जवाब किए श्रीनगर शहर और दक्षिण कश्मीर में अब तक किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिलने को देखते हुए अभी कश्मीर में स्थिति सामान्य है।

कश्मीर के लोगों ने कई दिनों तक अपने-अपने घरों तक सीमित रहने के बाद अपनी नजदीकी मस्जिद में शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा की। अधिकारियों ने कहा कि नमाज के लिये प्रतिबंधों में ढील दी गई थी। अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी कश्मीर के सोपोर में पथराव की मामूली घटनाओं को छोड़कर घाटी में शांति रही। 

जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के मद्देनजर घाटी में सुरक्षा के भारी इंतजाम किये जाने के चलते लोग दरअसल अपने घर में ही बंद थे जिन्हें आज सुरक्षा कर्मियों ने बिना सवाल-जवाब किए नजदीकी मस्जिदों में जाने दिया। अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर शहर और दक्षिण कश्मीर में अब तक किसी अप्रिय घटना की जानकारी नहीं मिलने को देखते हुए अभी कश्मीर में स्थिति सामान्य है।

 हालांकि उन्होंने कहा कि सभी इलाकों से खबरें आनी अभी बाकी हैं। एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संवैधानिक प्रावधानों को निरस्त किए जाने के मद्देनजर यहां पांच अगस्त को लगाई गई सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा को जम्मू जिला प्रशासन ने शुक्रवार को वापस ले लिया। जम्मू जिला मजिस्ट्रेट सुषमा चौहान द्वारा जारी आदेश के अनुसार, सभी स्कूल, कॉलेज और अकादमिक संस्थान 10 अगस्त से सामान्य रूप से काम करना शुरू कर सकते हैं।

 अधिकारियों ने कहा कि यहां से करीब 50 किलोमीटर दूर उत्तरी कश्मीर के सोपोर में पथराव की मामूली घटना की खबर थी लेकिन स्थिति पर तत्काल नियंत्रण पा लिया गया और भीड़ को खदेड़ दिया गया। कश्मीर में लोगों को स्थानीय मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत के मद्देनजर प्रतिबंधों में ढील दी गई थी। लोगों द्वारा संभावित प्रदर्शनों की आशंका के मद्देनजर समूची घाटी में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश देने के बाद प्रतिबंध हटाए गए कि किसी कश्मीरी को परेशान नहीं किया जाए। 

अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार से ही यहां मौजूद डोभाल ने शुक्रवार को संवेदनशील इलाकों के दौरे के दौरान स्थानीय लोगों और सुरक्षाकर्मियों से बात की थी। अपने सहयोगियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने ईदगाह इलाके का दौरा किया और विभिन्न स्थानों पर रुक कर लोगों से बात की। उन्होंने बाद में पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों से बात कर कानून-व्यवस्था बरकरार रखने में उनके शानदार काम के लिये उन्हें बधाई दी।

 कुछ और अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर घाटी में संभावित प्रदर्शनों की आशंका को देखते हुए सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। शहर में जगह-जगह बैरीकेड लगाए गए हैं। घाटी में सभी टेलीफोन और इंटरनेट कनेक्शन बंद है। केबल टीवी नेटवर्क के जरिये भी सरकारी चैनल दूरदर्शन समेत सिर्फ तीन समाचार चैनल देखे जा सकते हैं। 

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