कोविड-19 की पाबंदियों में छूट के बाद सैर सपाटे के लिए निकल रहे लोग

By भाषा | Updated: July 4, 2021 20:12 IST2021-07-04T20:12:04+5:302021-07-04T20:12:04+5:30

People going out for a walk after the relaxation of the restrictions of Kovid-19 | कोविड-19 की पाबंदियों में छूट के बाद सैर सपाटे के लिए निकल रहे लोग

कोविड-19 की पाबंदियों में छूट के बाद सैर सपाटे के लिए निकल रहे लोग

(माणिक गुप्ता)

नयी दिल्ली, चार जुलाई कोविड-19 महामारी के कारण महीनों तक घर में रहते-रहते ऊब चुके लोग अब बाहर सैर सपाटे पर निकलना चाहते हैं।

इसके लिए ‘रिवेंज ट्रैवल’ शब्द का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बाद कई राज्यों में पाबंदियों में छूट देने की शुरुआत हुई तो लोग समुद्र तट के किनारे के होटलों, पहाड़ों या कहीं रिसॉर्ट की ओर निकल गए। लंबे समय तक घर से काम करने या ऑनलाइन कक्षाओं तक सीमित रहने और परिवारों से नहीं मिल पाने के बाद बिना समय गंवाए लोग छुट्टियों में बाहर निकलने लगे।

वैश्विक ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी क्लियरट्रिप के उपाध्यक्ष राजीव सुब्रमण्यन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘चार सप्ताह से अधिक की यात्रा तिथियों के लिए अग्रिम बुकिंग पिछले वर्ष लगभग पांच प्रतिशत की तुलना में इस साल 10 प्रतिशत से अधिक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि टीकाकरण अभियान को गति मिलने और संक्रमण के मामले घटने से अगली दो तिमाहियों में घरेलू यात्रा में बढ़ोतरी होगी।’’

मनाली जैसे पर्यटन स्थलों पर भीड़भाड़ बढ़ने और शिमला जैसे पहाड़ी स्थानों पर जाने के लिए रास्ते में कारों की कतारें लगी होने की कई तस्वीरें सामने आयी। लंबे समय से पर्यटन पर नहीं निकल पाए लोग संक्रमण के मामले घटते ही बाहर निकलना चाह रहे हैं। नोएडा में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में काम करने वाले अविनाश गिरि ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में जाने का फैसला किया। उन्होंने कहा, ‘‘महामारी की शुरुआत के बाद से हमने पहली बार यात्रा की है। पिछले दो महीनों में हालात बहुत खराब थे। हम अपने घरों के अंदर कैद थे, बाहर बालकनी तक भी नहीं जा रहे थे। मेरी पत्नी और बच्चे बाहर जाना चाहते थे, इसलिए मैंने कुल्लू जिले के नग्गर जाने का फैसला किया।’’

‘गोस्टॉप’, ‘ओयो’, ‘एयरबीएनबी’ समेत कई कंपनियों की बुकिंग में अच्छी खासी बढ़ोतरी हुई है। ‘गोस्टॉप’ की संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पल्लवी अग्रवाल ने कहा कि रोजाना की बुकिंग में ‘‘1,000 प्रतिशत’’ की बढ़ोतरी हुई है। एयरबीएनबी इंडिया ने भी कहा कि मेट्रो शहरों से कुछ दूरी पर स्थित पहाड़ी पर्यटन स्थलों के लिए बुकिंग बढ़ी है।

ट्रैवलटेक कंपनी स्टार्टअप रेटगेन फाइंडिंग्स के मुताबिक सात जून से 20 जून के बीच नयी दिल्ली (2943), पुणे (2113), हैदराबाद (1969), बेंगलुरु (1516) और चेन्नई (1516) पांच शीर्ष गंतव्य स्थल रहे, जहां अधिकतर कमरों की बुकिंग हुई। ओयो के उपाध्यक्ष और मुख्य विकास अधिकारी यतीश जैन ने कहा कि जयपुर, विशाखापत्तनम और आगरा जैसे स्थानों पर भी पर्यटक बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्य शहरों से कुछ दूरी पर स्थित हिल स्टेशन जैसे कि मनाली, लोनावाला, नैनीताल, शिमला, मैसुरू के लिए लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है।’’

उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर समेत कई पहाड़ी पर्यटन स्थलों पर होटलों का संचालन करने वाली कंपनी ‘वेलकम हेरिटेज होटल्स’ ने कहा कि अधिकतर हिल स्टेशन पर ‘‘70-80 प्रतिशत’’ कमरे भरे हुए हैं। लोगों को आकर्षित करने के लिए ‘वर्क फ्रॉम होम’ और ‘ड्रायवेबल हॉलिडे’ जैसे नए पैकेज शुरू किए गए हैं। इसके लिए पैकेज 7,000 रुपये से शुरू हो जाते हैं।

इस रूझान से बड़े शहरों के आसपास के कई रिसॉर्ट को भी फायदा हुआ है। ‘द वेस्टइन गुड़गांव’ और ‘द वेस्टइन सोहना रिसॉर्ट और स्पा’ में बुकिंग में 25-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। ‘द वेस्टइन होटल एंड रिसॉर्ट’ के महाप्रबंधक राहुल पुरी ने बताया कि मांग बढ़ी है और लोग बोरियत दूर करने के लिए कहीं बाहर समय गुजारना चाहते हैं। मई में तो होटल का कारोबार नहीं हुआ लेकिन लोग लगातार यह जरूर पूछ रहे थे कि रिसॉर्ट कब खुलेगा।

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Web Title: People going out for a walk after the relaxation of the restrictions of Kovid-19

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