CAA, NRC व NPR पर नीतीश कुमार की पार्टी में दरार? जदयू प्रवक्ता पवन कुमार वर्मा ने सीएम को पत्र लिख कहा-"भारत को विभाजित होने से बचा लें"
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 5, 2020 13:15 IST2020-01-05T13:15:34+5:302020-01-05T13:15:34+5:30
जदयू के नेता श्याम रजक ने भी एनपीआर पर सुशील कुमार मोदी के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सवाल पूछने के अंदाज में कहा कि यह फैसला किस कैबिनेट की बैठक में लिया गया? इसके साथ ही श्याम रजक ने कहा कि ऐसी घोषणा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को करनी चाहिए, लेकिन सुशील मोदी जी ने कैसे ये घोषणा की, मेरी समझ से बाहर है।

CAA, NRC व NPR पर नीतीश कुमार की पार्टी में दरार? जदयू प्रवक्ता पवन कुमार वर्मा ने सीएम को पत्र लिख कहा-"भारत को विभाजित होने से बचा लें"
नागरिकता कानून के बाद अब नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स को लेकर भी बिहार की राजनीति में बेहद उठापटक की स्थिति बनी हुई है। जनता दल यूनाइटेड के नेता दो हिस्सों में बंटे नजर आ रहे हैं। एनपीआर प्रक्रिया को लागू करने की तारीख भले ही डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने बता दी हो लेकिन जदयू के नेता इसको लेकर पूरी तरह से सहमत नजर नहीं आ रहे हैं।
यही वजह है कि जदयू प्रवक्ता पवन कुमार वर्मा ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर प्रदेश में एनआरसी, एनपीआर व सीएए को लागू होने से रोकने का आग्रह किया है।
पवन के वर्मा ने जदयू ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लिखे पत्र में कहा कि सीएए-एनआरसी गठबंधन हिंदुओं और मुसलमानों को विभाजित करने और सामाजिक अस्थिरता पैदा करने का सीधा प्रयास है।
Pavan K Varma,JD(U) in a letter to Bihar CM Nitish Kumar: CAA-NRC combine is a direct attempt to divide Hindus and Muslims, and create social instability. I request you to take a stand against CAA-NPR-NRC scheme and reject its nefarious agenda to divide India. pic.twitter.com/1ufAX7N12D
— ANI (@ANI) January 5, 2020
इसके अलावा, उन्होंने कहा, "मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि सीएए-एनपीआर-एनआरसी योजना के खिलाफ एक स्टैंड लें और भारत को विभाजित करने के अपने नापाक एजेंडे को खारिज करें।"
बता दें कि बिहार के मंत्री व जदयू के नेता श्याम रजक ने सुशील कुमार मोदी के बयान पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सवाल पूछने के अंदाज में कहा कि यह फैसला किस कैबिनेट की बैठक में लिया गया? इसके साथ ही श्याम रजक ने कहा कि ऐसी घोषणा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को करनी चाहिए, लेकिन सुशील मोदी जी ने कैसे ये घोषणा की, मेरी समझ से बाहर है।