जयपुर, नौ दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को स्वीकार किया कि जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने पर ध्यान केंद्रित होने के कारण हम अपनी योजनाओं और सरकार के कार्यों का अच्छी तरह से प्रचार नहीं कर सके जबकि विपक्ष ने भ्रामक प्रचार कर मतदाताओं को भ्रमित किया।
गहलोत ने चुनाव परिणामों पर टिप्प्णी करते हुए कहा, ''जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों के नतीजे हमारी आशा के अनुकूल नहीं रहे हैं।''
मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा, ''पिछले नौ महीने से हमारी सरकार कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिये मेहनत कर रही है। हमारी प्राथमिकता लोगों का जीवन और आजीविका बचाना रहा है। हमारा पूरा ध्यान कोरोना महामारी पर रहा जिसके चलते हम अपनी योजनाओं और सरकार के कार्यों का अच्छी तरह से प्रचार नहीं कर सके। वहीं विपक्ष के नेताओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में दौरे कर भ्रामक प्रचार कर मतदाताओं को भ्रमित किया।''
उल्लेखनीय है कि राज्य के 21 जिलों में जिला परिषद के 636 सदस्यों में से कांग्रेस को 252, भाजपा को 353, आरएलपी को 10, माकपा को दो सीटें मिलीं जबकि 18 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
वहीं, 4371 पंचायत समिति सदस्यों में से कांग्रेस को 1852, भाजपा को 1989, बसपा को पांच, आरएलपी को 60, सीपीआईएम को 26 सीटों पर जीत मिली जबिक 439 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की।
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