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पाकिस्तान की ISI कश्मीर में तबाही मचाने की फिराक में, आतंकियों पर बनाया जा रहा दबाव- कुछ तो करो

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: July 22, 2021 15:27 IST

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई जम्मू-कश्मीर में आतंकियों पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश में है। इसके लिए सांप्रदायिक तनाव पैदा करने जैसी साजिश तक रची जा रही है।

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ठळक मुद्देजम्मू-कश्मीर में एक्टिव आतंकियों पर लगातार दबाव बना रहा है आईएसआईसांप्रदायिक तनाव पैदा करने से लेकर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की है साजिश

जम्मू: जम्मू कश्मीर में आतंकियों द्वारा कुछ बड़ा न कर पाने से सिर्फ आतंकी ही नहीं बल्कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई भी हताशा की स्थिति में है। वह प्रदेश में एक्टिव आतंकियों पर लगातार दबाव बना रही है कि वे कुछ तो बड़ा करें चाहे इसके लिए धर्म का सहारा लेते हुए सांप्रदायिक तनाव ही पैदा क्यों न करना पड़े।

यही कारण है कि आतंकी गुटों ने अब हालात बिगाड़ने अल्पसंख्यकों और धर्मस्थलों को निशाना बनाने की साजिश भी रची है। साथ ही आईएसआई आतंकी गुटों पर जम्मू संभाग में हमला करने का दबाव बना रही है। 

खासतौर पर जम्मू के चार जिलों में खून खराबा करने के लिए साजिश की जा रही है। इसके लिए कंडी इलाकों में खड़ी मक्की की फसल और बार्डर पर लगी धान की फसल की आड़ में आतंकियों को घुसपैठ करने के लिए कहा गया है। वहीं घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं।

अल्पसंख्यक बस्तियों और धर्मस्थलों की सुरक्षा पर सुरक्षाबलों का जोर

सूत्रों के बकौल, आतंकी स्थानीय मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को भड़काने की फिराक में भी हैं। आतंकियों और उनकी संरक्षक आईएसआई के इस मंसूबे को भांपकर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया है। 

इसके आधार पर प्रशासन ने अल्पसंख्यक बस्तियों और धर्मस्थलों की सुरक्षा का आकलन कर इसे और बेहतर बनाना शुरू कर दिया है। लोगों को भड़काने के लिए आतंकी गुट व आईएसआई अब सोशल मीडिया और ओवरग्राउंड नेटवर्क का सहारा ले रहे हैं।

दूसरी ओर इस समय राजौरी और पुंछ जिले में मक्की की फसल लगी हुई है। एलओसी के पास भी बड़े स्तर पर मक्की की फसल लगाई जाती है। ऐसे में आतंकियों के लिए घुसपैठ करना और मक्की की आड़ में घुसपैठ के बाद आगे बढ़ जाना आसान हो जाता है। 

इसे देखते हुए सेना की ओर से सतर्कता बढ़ाई गई है। साथ ही लोगों से यह भी कहा गया है कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें। पुख्ता सूचना होने पर ही सूचित करें। क्योंकि मक्की की आड़ में कुछ शरारती तत्व सक्रिय हो जाते हैं, जो माहौल बिगाड़ने की कोशिश करते हैं। 

धान की फसल के बीच भी आतंकी रचते हैं साजिश

सेना के प्रवक्ता का कहना है कि मक्की में सर्च करना काफी मुश्किल होता है, क्योंकि इसकी ऊंचाई काफी होती है। लेकिन सेना पूरी तरह से सतर्क है।

इस समय सांबा, कठुआ और आरएस पुरा की तरफ धान की फसल लगाई जा रही है। कुछ जगहों पर धान की फसल काफी बढ़ी हुई है। इसकी आढ़ में घुसपैठ करना आतंकियों के लिए आसान होता है। आतंकी इस समय टनल बनाकर घुसपैठ करने की कोशिश भी करते हैं। 

बीएसएफ की ओर से बार्डर पर अपने एंटी टनल दस्ते को अलर्ट किया गया है। साथ ही अधिक सतर्क रहने के लिए कहा गया है। अधिकारी कहते हैं कि यह सब कुछ बड़ा करने के इरादों से ही रचा जा रहा है।

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