छह सौ से अधिक शिक्षाविदों ने शीर्ष अदालत से पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा का संज्ञान लेने की अपील की
By भाषा | Updated: June 1, 2021 23:16 IST2021-06-01T23:16:39+5:302021-06-01T23:16:39+5:30

छह सौ से अधिक शिक्षाविदों ने शीर्ष अदालत से पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा का संज्ञान लेने की अपील की
नयी दिल्ली, एक जून छह सौ से अधिक प्रोफेसरों एवं कुलपतियों के एक समूह ने मंगलवार को उच्चतम न्यायालय से पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा का स्वत: संज्ञान लेने तथा ऐसी घटनाओं की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की अपील की।
शिक्षाविदों ने एक बयान में दावा किया कि बंगाल समाज का एक बड़ा हिस्सा भय के साए में रह रहा है और आरोप लगाया कि जिन लोगों ने ‘‘हाल के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के विरुद्ध वोट डाला, उन्हें परेशान किया जा रहा है।’’
उन्होंने दावा किया कि हजारों लोग ‘‘बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी से समर्थित गुंडों’’ द्वारा हत्या या हमला किए जाने के डर से असम, ओडिशा और झारखंड चले गए हैं।
समूह ने कहा, ‘‘ हम राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग जैसे स्वतंत्र प्राधिकारों द्वारा जांच की अपील करते हैं। हमारी उच्चतम न्यायालय से इस मामले का स्वत: संज्ञान लेने एवं इन घटनाओं की जांच के लिए एसआईटी गठित करने की भी अपील की है।’’
उन्होंने कहा कि हिंसा की ऐसी हरकतें एवं आतंक की राजनीति संविधान को कमजोर करती हैं एवं लोकतंत्र के मूल तत्वों को नष्ट करती हैं।
भाजपा ने राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर इस हिंसा का आरोप लगाया है।
वहीं, तृणमूल ने भाजपा पर हिंसक घटनाओं का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया और कहा कि इन घटनाओं में उसके भी कार्यकर्ता मारे गए हैं।
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