लाइव न्यूज़ :

म्यांमार में हुए तख्तापलट के बाद 5,600 से अधिक शरणार्थियों ने मिजोरम में शरण ली

By भाषा | Updated: May 22, 2021 08:58 IST

Open in App
ठळक मुद्देम्यामार में तख्तापलट के बाद 5600 शरणार्थी मिजोरम आएशरणार्थियों में 18 सांसद भी शामिल है

आइजोल, 21 मई म्यांमा से फरवरी में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से 5,600 से अधिक लोग मिजोरम आये हैं, जिनमें 18 सांसद शामिल हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी ।

पुलिस अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि 100 से अधिक शरणार्थी अपने घर वापस लौट गये हैं ।

अधिकारी ने राज्य पुलिस के सीआईडी के आंकड़ों का हवाला देते हुये बताया कि म्यामां के कुल 5,673 नागरिकों ने मिजोरम में शरण ली ।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) ने बृहस्पतिवार को बताया था कि पिछले सप्ताह तक म्यामां में लगभग 60,700 महिलायें, बच्चे और पुरूष ​आंतरिक रूप से विस्थापित ​हुये हैं और उनमें से करीब 4,000-6,000 लोग भारत चले गये हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटसबसे आगे विराट कोहली, 20 बार प्लेयर ऑफ़ द सीरीज पुरस्कार, देखिए लिस्ट में किसे पीछे छोड़ा

ज़रा हटकेShocking Video: तंदूरी रोटी बनाते समय थूक रहा था अहमद, वीडियो वायरल होने पर अरेस्ट

क्राइम अलर्ट4 महिला सहित 9 अरेस्ट, घर में सेक्स रैकेट, 24400 की नकदी, आपतिजनक सामग्री ओर तीन मोटर साइकिल बरामद

क्रिकेटYashasvi Jaiswal maiden century: टेस्ट, टी20 और वनडे में शतक लगाने वाले छठे भारतीय, 111 गेंद में 100 रन

क्रिकेटVIRAT KOHLI IND vs SA 3rd ODI: 3 मैच, 258 गेंद, 305 रन, 12 छक्के और 24 चौके, रांची, रायपुर और विशाखापत्तनम में किंग विराट कोहली का बल्ला

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत