नयी दिल्ली, 10 दिसंबर लेखकों, बुद्धिजीवियों और तर्कवादियों को रिहा करने की मांग वाले पोस्टर लिए दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों की तस्वीरें वायरल होने के बाद किसान नेताओं ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में उनका प्रदर्शन “गैर राजनीतिक” है।
बृहस्पतिवार को मानवाधिकार दिवस भी मनाया गया।
सिंघू बॉर्डर पर किसान नेताओं ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कई राजनीतिक नेताओं को अपने मंच का इस्तेमाल करने से मना कर दिया।
टिकरी बॉर्डर पर किसानों के हाथों में उमर खालिद, सुधा भारद्वाज और अन्य की रिहाई की मांग करने वाले पोस्टर होने को लेकर एक सवाल के जवाब में किसानों के प्रतिनिधियों ने कहा, “उन्हें नहीं पता कि टिकरी बॉर्डर पर क्या हुआ। किसानों का प्रदर्शन राजनीतिक नहीं है।”
उन्होंने कहा कि टिकरी बॉर्डर पर हुई घटना किसानों के मानवाधिकार दिवस मनाने का तरीका रहा होगा।
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