मध्य प्रदेश में महज 17 साल पहले बने रेलवे स्टेशन का हिस्सा ढहा, जांच के आदेश

By भाषा | Updated: May 27, 2021 21:27 IST2021-05-27T21:27:20+5:302021-05-27T21:27:20+5:30

Order of inquiry in Madhya Pradesh demolished part of railway station built only 17 years ago | मध्य प्रदेश में महज 17 साल पहले बने रेलवे स्टेशन का हिस्सा ढहा, जांच के आदेश

मध्य प्रदेश में महज 17 साल पहले बने रेलवे स्टेशन का हिस्सा ढहा, जांच के आदेश

भोपाल, 27 मई मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में महज 17 साल पहले बने चांदनी रेलवे स्टेशन भवन का एक हिस्सा अचानक ढह गया। इस मामले में रेलवे प्रशासन ने एक सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया है।

एक अधिकारी बृहस्पतिवार को बताया कि बुधवार दोपहर में हुए इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है।

उन्होंने अधिकारी ने बताया कि हादसे के वक्त रेलवे स्टेशन पर स्टेशन उपाधीक्षक और एक प्वाइंट मैन के अलावा अन्य कोई नहीं था, ये दोनों भी प्लेटफार्म पर थे और इसलिए उन्हें कोई चोट नहीं आई है।

मध्य रेलवे में भुसावल के वरिष्ठ संभागीय वाणिज्यिक प्रबंधक युवराज पाटिल ने बृहस्पतिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि यह हादसा चांदनी रेलवे स्टेशन पर बुधवार दोपहर करीब चार बजे हुआ। जिस भवन का एक हिस्सा गिरा है, उसका निर्माण 2004 में हुआ था।

उन्होंने मीडिया में आयी उन खबरों का खंडन किया कि पुष्पक एक्सप्रेस की 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार के चलने से के कारण यह हिस्सा गिरा है।

पाटिल ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस इस रेलवे स्टेशन से बुधवार दोपहर पांच बजकर 14 मिनट पर आई और धीमी गति से चल रही थी, जबकि यह हिस्सा पहले ही गिर गया था।

उन्होंने बताया कि हादसे के बाद रेलवे के खंडवा-बुरहानपुर खंड के भवनों का निरीक्षण करने वाले एक सुपरवाइजर को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि घटना के जांच के आदेश दे दिए गये हैं।

रेलवे के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि यह घटना उस वक्त हुई, जब दो ट्रेनें 05656 गुवाहटी एक्सप्रेस डाउन लाइन पर और 01062 पवन एक्सप्रेस अप लाइन पर चांदनी रेलवे स्टेशन पर आने ही वाले थे। लेकिन, गनीमत रहा कि इमारत के मलबे का एक हिस्सा सिगनल सिस्टम पर गिर गया और और दोनों ट्रेनों को लाल सिगनल मिल गया, जिससे वे स्टेशन पहुंचने से पहले ही रूक गयीं।

उन्होंने कहा कि इन ट्रेनों को कुछ देर बाद धीमी गति से इस स्टेशन पार करवाया गया। अधिकारी ने बताया कि गिरे हुए बिल्डिंग पर कोई पिल्लर नहीं बनाया गया था।

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद से इस स्टेशन से ट्रेनों को धीमी गति से पास कराया गया। लेकिन बृहस्पतिवार शाम सात बजे से ट्रेनों की आवाजाही सुचारू हो गई है।

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Web Title: Order of inquiry in Madhya Pradesh demolished part of railway station built only 17 years ago

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